200 रुपये के नोटों पर बडी़ कार्रवाई: सरकार ने ₹137 करोड़ के नोट किए वापस

Published On:
200rs note new rule

हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 200 रुपये के नोटों को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कुल 137 करोड़ रुपये मूल्य के 200 रुपये के नोटों को बाजार से वापस लिया गया है। इस कदम ने लोगों में चिंता और आशंका का माहौल पैदा कर दिया है कि क्या 200 रुपये के नोट भी बंद होने जा रहे हैं।

नोट वापस लेने का कारण

  • खराब स्थिति: RBI ने स्पष्ट किया है कि 200 रुपये के नोटों को उनके खराब और गंदे होने के कारण वापस लिया गया है।
  • उपयोग में वृद्धि: 2000 रुपये के नोटों की वापसी के बाद, 200 रुपये के नोटों का उपयोग बढ़ा, जिससे उनकी गुणवत्ता प्रभावित हुई।
  • पिछले साल का अनुभव: पिछले वर्ष भी 135 करोड़ रुपये मूल्य के 200 रुपये के नोट खराब स्थिति में पाए गए थे और उन्हें वापस लिया गया था।

RBI की स्पष्टीकरण

RBI ने लोगों को आश्वस्त किया है कि 200 रुपये के नोट बंद नहीं किए जा रहे हैं। यह केवल खराब हो चुके नोटों को वापस लेने की प्रक्रिया है।

अन्य नोटों पर प्रभाव

  • 500 रुपये के नोट: RBI की रिपोर्ट के अनुसार, 500 रुपये के नोट भी खराब स्थिति में पाए गए हैं। पिछले वित्त वर्ष में लगभग 633 करोड़ रुपये मूल्य के 500 रुपये के नोट वापस लिए गए।
  • छोटे नोट: छोटे नोटों जैसे 5, 10, 20, 50 और 100 रुपये के भी कई नोट बाजार से हटाए गए हैं।

आम जनता की चिंताएँ

200 रुपये के नोटों को वापस लेने की खबर से आम जनता में कई सवाल उठने लगे हैं:

  • क्या ये नोट बंद होंगे?: लोगों में यह डर है कि क्या सरकार 200 रुपये के नोटों को भी बंद करने जा रही है। लेकिन RBI ने इस पर स्पष्टता दी है कि ऐसा कोई इरादा नहीं है।
  • आर्थिक प्रभाव: बाजार से इतना बड़ा मूल्य वापस लेने से आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ सकता है।

निष्कर्ष

RBI का यह कदम केवल एक सामान्य प्रक्रिया है, जो खराब हो चुके नोटों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। लोगों को अफवाहों पर ध्यान देने की बजाय सरकार और RBI की आधिकारिक घोषणाओं पर विश्वास करना चाहिए।

इस प्रकार, सरकार और RBI ने स्पष्ट कर दिया है कि 200 रुपये का नोट अभी भी चलन में रहेगा और इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

Also Read

Leave a Comment

Join Whatsapp