आजकल, ऑनलाइन लेनदेन और डिजिटल भुगतान के बढ़ते उपयोग के साथ, बैंक खाते हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गए हैं। बहुत से लोग विभिन्न कारणों से एक से अधिक बैंक खाते रखते हैं।कुछ लोग नौकरी बदलने पर नए खाते खुलवाते जाते हैं, जबकि कुछ अलग-अलग जरूरतों के लिए अलग-अलग खाते रखते हैं।
हालांकि, एक से अधिक बैंक खाते रखने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। एक से अधिक बैंक खाते होना सुविधाजनक हो सकता है, लेकिन इससे कई तरह की परेशानियां भी हो सकती हैं। आपको हर खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होता है, जिससे आपके पैसे कई खातों में फंस जाते हैं।
इसके अलावा, आपको हर खाते के लिए सालाना मेंटेनेंस फीस और सर्विस चार्ज भी देना होता है। निष्क्रिय खातों में धोखाधड़ी का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, एक से अधिक बैंक खाते रखने से पहले इसके फायदे और नुकसान के बारे में अच्छी तरह से जान लेना चाहिए।
एक से अधिक बैंक खाते:
विशेषता | जानकारी |
---|---|
फायदे | वित्तीय लक्ष्यों को अलग रखना, आपातकालीन स्थिति के लिए सुरक्षा, ज्यादा ब्याज दर |
नुकसान | मिनिमम बैलेंस का झंझट, ज्यादा चार्ज, क्रेडिट स्कोर पर असर, टैक्स भरने में दिक्कत, धोखाधड़ी की संभावना |
कितने खाते होने चाहिए | विशेषज्ञ 2-3 खाते रखने की सलाह देते हैं |
निष्क्रिय खाते | लंबे समय तक लेनदेन न करने पर खाता निष्क्रिय हो जाता है |
किसे सतर्क रहना चाहिए | प्राइवेट नौकरी वाले व्यक्ति |
एक से अधिक बैंक खाते रखने के फायदे
- वित्तीय लक्ष्यों को अलग रखना: आप अपने विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों, जैसे कि घर खरीदना, बच्चों की शिक्षा, या सेवानिवृत्ति के लिए अलग-अलग खाते रख सकते हैं। इससे आपको अपने पैसे को सही ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलती है।
- आपातकालीन स्थिति के लिए सुरक्षा: यदि आपके एक खाते में कोई समस्या आती है, तो आपके दूसरे खाते में पैसे सुरक्षित रहेंगे।
- ज्यादा ब्याज दर: कुछ बैंक अलग-अलग खातों पर अलग-अलग ब्याज दरें देते हैं। आप ज्यादा ब्याज दर वाले खाते में पैसे रखकर अधिक लाभ कमा सकते हैं।
एक से अधिक बैंक खाते रखने के नुकसान
- मिनिमम बैलेंस का झंझट: आपको हर खाते में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना होता है। यदि आप ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है. कई खातों में मिनिमम बैलेंस बनाए रखने के चक्कर में आपकी बड़ी रकम बैंकों में ही फंसी रह जाती है, जिस पर आपको कम ब्याज मिलता है।
- ज्यादा चार्ज: आपको हर खाते के लिए सालाना मेंटेनेंस फीस और सर्विस चार्ज देना होता है।
- क्रेडिट स्कोर पर असर: यदि आपके कई खाते निष्क्रिय हैं या आप उनमें मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। क्रेडिट स्कोर खराब होने से आपको लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है।
- टैक्स भरने में दिक्कत: यदि आपके पास एक से अधिक खाते हैं, तो आपको टैक्स फाइल करते समय सभी खातों से जुड़ी जानकारी देनी होगी। इससे कागजी कार्रवाई बढ़ जाती है और आपको परेशानी हो सकती है।
- धोखाधड़ी की संभावना: निष्क्रिय खातों में धोखाधड़ी की संभावना अधिक होती है।
- मैनेज करना मुश्किल: एक से ज्यादा अकाउंट होने से उन्हें मैनेज करना मुश्किल हो सकता है। आपको हर अकाउंट का बैलेंस, लेनदेन और स्टेटमेंट को संभालना पड़ता है।
कितने बैंक खाते होने चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि एक व्यक्ति के पास अधिकतम दो या तीन बैंक खाते होने चाहिए। आप एक खाता सैलरी के लिए, एक खाता परमानेंट सेविंग के लिए और यदि जरूरत हो तो तीसरा खाता रख सकते हैं।
निष्क्रिय खाते
यदि आप किसी बैंक खाते में लंबे समय तक कोई लेनदेन नहीं करते हैं, तो वह खाता निष्क्रिय हो जाता है। निष्क्रिय खातों में धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए, यदि आपके पास कोई ऐसा खाता है जिसका आप उपयोग नहीं करते हैं, तो उसे तुरंत बंद कर दें।
किसे सतर्क रहना चाहिए
प्राइवेट नौकरी करने वाले व्यक्तियों के साथ यह समस्या अधिक होती है। नौकरी बदलने पर सैलरी के लिए नया खाता खुलवाना पड़ता है, जिससे उनके पास कई खाते हो जाते हैं। ऐसे लोगों को अपने पुराने खातों को बंद कर देना चाहिए ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।
निष्कर्ष
एक से अधिक बैंक खाते रखना फायदेमंद और नुकसानदायक दोनों हो सकता है। यदि आप अपने पैसे को सही ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं और सभी खातों में मिनिमम बैलेंस बनाए रख सकते हैं, तो एक से अधिक खाते रखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, यदि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो आपके लिए एक ही खाता रखना बेहतर है। किसी भी स्थिति में, अपने निष्क्रिय खातों को बंद करना हमेशा सुरक्षित होता है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है. बैंक खाते से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।