रेलवे ग्रुप D जॉब्स: कौन-से पद सबसे आसान, सैलरी कितनी और कैसे मिलेगी तरक्की?

रेलवे ग्रुप डी भारतीय रेलवे में सबसे बुनियादी स्तर की नौकरी है, लेकिन रेलवे प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। ग्रुप डी के कर्मचारी रेलवे ट्रैक, सिग्नल, कोच और अन्य तकनीकी विभागों के संचालन और रखरखाव का काम करते हैं। वे रेलवे की पटरियों की जांच और मरम्मत करते हैं, सिग्नल और ट्रैक पॉइंट्स को संचालित करते हैं और उपकरणों की सफाई और मरम्मत में सहयोग करते हैं।

 यह नौकरी सरकारी क्षेत्र में स्थिरता प्रदान करती है और इसमें आकर्षक वेतन और कई अन्य सुविधाएं भी शामिल हैं। ग्रुप डी कर्मचारियों का काम सबसे बेसिक लेवल का होता है और वे रेलवे की पटरियों, कोच, स्टोर, डिपार्टमेंट आदि के रख-रखाव और निगरानी का काम करते हैं। इस लेख में, हम रेलवे ग्रुप डी में ट्रैक मेंटेनर और अन्य पदों के काम, जिम्मेदारियों, वेतन और करियर के अवसरों पर विस्तार से चर्चा करेंगे. साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि इस नौकरी को पाने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए और चयन प्रक्रिया क्या है।

रेलवे ग्रुप डी:

विशेषताजानकारी
भर्ती निकायरेलवे भर्ती बोर्ड (RRB)
पदट्रैक मेंटेनर, पॉइंट्समैन, हेल्पर/असिस्टेंट और अन्य
विभागइंजीनियरिंग, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, स्टोर्स, सिग्नल, ट्रैफिक, मेडिकल
कामरेलवे ट्रैक, सिग्नल और अन्य तकनीकी विभागों का संचालन और रखरखाव
शुरुआती वेतन₹18,000 (7वें सीपीसी के अनुसार)
अन्य भत्तेमहंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, यात्रा भत्ता आदि

रेलवे ग्रुप डी में कौन-कौन से पद होते हैं?

  • ट्रैक मेंटेनर: ट्रैक मेंटेनर रेलवे ट्रैक की जांच और मरम्मत करते हैं। वे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं और ट्रेनों की आवाजाही के दौरान किसी भी खराबी को समय पर सुधारते हैं।
  • पॉइंट्समैन: पॉइंट्समैन सिग्नल और ट्रैक पॉइंट्स को संचालित करते हैं। वे ट्रेनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करते हैं।
  • हेल्पर/असिस्टेंट: हेल्पर या असिस्टेंट इंजीनियरिंग, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल विभागों में वरिष्ठ अधिकारियों की सहायता करते हैं। वे उपकरणों की सफाई और मरम्मत में सहयोग करते हैं।
  • असिस्टेंट (ट्रैक मशीन): ट्रैक मशीन के साथ काम करने में मदद करना।
  • असिस्टेंट (ब्रिज): पुलों के निर्माण और रखरखाव में सहायता करना।
  • असिस्टेंट (सी एंड डब्ल्यू): कैरिज और वैगन की देखभाल में मदद करना।
  • असिस्टेंट टीआरडी इलेक्ट्रिकल: इलेक्ट्रिकल कार्यों में मदद करना।
  • असिस्टेंट (एस एंड टी): सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन कार्यों में सहायता करना।
  • असिस्टेंट लोको शेड (डीजल): डीजल लोकोमोटिव के रखरखाव में मदद करना।
  • असिस्टेंट लोको शेड (इलेक्ट्रिकल): इलेक्ट्रिकल लोकोमोटिव के रखरखाव में मदद करना।
  • असिस्टेंट ऑपरेशन (इलेक्ट्रिकल): इलेक्ट्रिकल कार्यों में मदद करना।
  • असिस्टेंट सिग्नल एवं टेलिकॉम (S&T): सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन कार्यों में सहायता करना।
  • असिस्टेंट (डिपो स्टोर): डिपो स्टोर में मदद करना।

ट्रैक मेंटेनर का काम

ट्रैक मेंटेनर का काम रेलवे ट्रैक की देखभाल करना और उसे सुरक्षित रखना होता है, ट्रैक मेंटेनर को निम्नलिखित कार्य करने होते हैं:

  • रेलवे ट्रैक की नियमित जांच करना।
  • टूटे हुए ट्रैक और स्लीपर को बदलना।
  • ट्रैक पर मौजूद गंदगी और कचरे को साफ करना।
  • यह सुनिश्चित करना कि ट्रैक सही ढंग से संरेखित है।
  • ट्रेनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करना।

ट्रैक मेंटेनर का काम चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन यह रेलवे प्रणाली के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ट्रैक मेंटेनर रेलवे ट्रैक को सुरक्षित रखने और ट्रेनों को समय पर चलाने में मदद करते हैं.

रेलवे ग्रुप डी में भर्ती होने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए?

  • उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए.
  • उम्मीदवार की आयु 18 से 33 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
  • उम्मीदवार को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए.

रेलवे ग्रुप डी में चयन प्रक्रिया क्या है?

  1. कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT)
  2. शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET)
  3. दस्तावेज सत्यापन (DV)

रेलवे ग्रुप डी में वेतन कितना मिलता है?

रेलवे ग्रुप डी में चयनित होने के बाद उम्मीदवार को 7वें CPC के तहत पे मैट्रिक्स लेवल 01 का वेतन दिया जाता है। जिसमें शुरुआती सैलरी ₹18,000/- होती है और इसके साथ कई अन्य भत्ते भी शामिल होते हैं। भत्तों और कई लाभों को मिलाकर ₹22,500 से लेकर ₹25,380 तक सैलरी दी जाती है। सिटी X, Y और Z के आधार पर HRA (मकान किराया भत्ता) अलग-अलग होता है। सिटी X के लिए 27%, सिटी Y के लिए 18% और सिटी Z के लिए 9% HRA मिलता है।

रेलवे ग्रुप डी में करियर के अवसर

रेलवे ग्रुप डी में काम करने वाले कर्मचारियों के पास पदोन्नति के कई अवसर होते हैं। वे विभागीय परीक्षाएं पास करके उच्च पदों पर जा सकते हैं. इसके अलावा, वे अनुभव और योग्यता के आधार पर भी उच्च पदों पर पदोन्नत हो सकते हैं।

निष्कर्ष

रेलवे ग्रुप डी भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, ग्रुप डी के कर्मचारी रेलवे प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आप कड़ी मेहनत करने और देश की सेवा करने के लिए तैयार हैं, तो रेलवे ग्रुप डी आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है।

Disclaimer: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। रेलवे भर्ती प्रक्रिया और नियमों में बदलाव संभव है, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले रेलवे भर्ती बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी की पुष्टि कर लें।

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