PMEGP योजना 2025: अपना बिजनेस शुरू करें, पाएं ₹50 लाख तक का लोन और 35% की सब्सिडी

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देना है। यह योजना विशेष रूप से उन युवाओं और उद्यमियों के लिए बनाई गई है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास पर्याप्त पूंजी नहीं है। PMEGP के तहत, सरकार नए उद्यम स्थापित करने के लिए कम ब्याज दरों पर लोन प्रदान करती है, साथ ही सब्सिडी भी देती है, जिससे उद्यमियों पर वित्तीय बोझ कम हो सके।

इस योजना के अंतर्गत, विनिर्माण इकाई के लिए अधिकतम ₹50 लाख तक का लोन और सेवा क्षेत्र के लिए ₹20 लाख तक का लोन लिया जा सकता है। सरकार सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों को शहरी क्षेत्रों में 15% और ग्रामीण क्षेत्रों में 25% तक की सब्सिडी प्रदान करती है। वहीं, विशेष श्रेणी के लाभार्थियों (जैसे महिलाएं, एससी/एसटी/ओबीसी, भूतपूर्व सैनिक, आदि) को शहरी क्षेत्रों में 25% और ग्रामीण क्षेत्रों में 35% तक की सब्सिडी मिलती है। 

इस लेख में, हम पीएमईजीपी लोन योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे, जिसमें पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज़ और योजना के लाभ शामिल हैं।

पीएमईजीपी लोन योजना:

विशेषताविवरण
योजना का नामप्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP)
उद्देश्यस्वरोजगार को बढ़ावा देना
मंत्रालयसूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME)
अधिकतम लोन राशिविनिर्माण इकाई के लिए ₹50 लाख, सेवा क्षेत्र के लिए ₹20 लाख
सब्सिडीसामान्य श्रेणी: शहरी क्षेत्र में 15%, ग्रामीण क्षेत्र में 25%; विशेष श्रेणी: शहरी क्षेत्र में 25%, ग्रामीण क्षेत्र में 35%
नोडल एजेंसीखादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC)
आधिकारिक वेबसाइटkviconline.gov.in (PMEGP पोर्टल)

पीएमईजीपी योजना का उद्देश्य

  • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना।
  • स्थायी रोजगार के अवसरों का सृजन।
  • पारंपरिक कारीगरों और ग्रामीण युवाओं को आजीविका प्रदान करना।
  • बैंक ऋण के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करना।
  • सब्सिडी देकर उद्यमों को बढ़ावा देना।

पीएमईजीपी लोन के लिए पात्रता

  • आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • आवेदक कम से कम 8वीं कक्षा पास होना चाहिए, यदि विनिर्माण क्षेत्र में ₹10 लाख से अधिक या सेवा क्षेत्र में ₹5 लाख से अधिक की परियोजना लागत है।
  • इस योजना के तहत सहायता केवल नई स्वीकृत परियोजनाओं के लिए उपलब्ध है।
  • स्वयं सहायता समूह (एसएचजी), धर्मार्थ ट्रस्ट और सहकारी समितियां भी लोन के लिए पात्र हैं।
  • PMRY, REGP या किसी अन्य सरकारी योजना के तहत पहले से लाभान्वित इकाइयां इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
  • परिवार का केवल एक सदस्य ही इस योजना के तहत वित्तीय सहायता के लिए पात्र होगा।

पीएमईजीपी लोन के तहत सब्सिडी

श्रेणीक्षेत्रसब्सिडी दर
सामान्यशहरी15%
सामान्यग्रामीण25%
विशेष (महिला, एससी/एसटी/ओबीसी, आदि)शहरी25%
विशेष (महिला, एससी/एसटी/ओबीसी, आदि)ग्रामीण35%

पीएमईजीपी लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • परियोजना रिपोर्ट (project report)
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • उद्यमी विकास कार्यक्रम (EDP) प्रशिक्षण प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)

पीएमईजीपी लोन के लिए आवेदन कैसे करें

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  1. खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. PMEGP पोर्टल पर “ऑनलाइन आवेदन (Online Application)” लिंक पर क्लिक करें।
  3. सभी आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
  4. “सेव एप्लिकेशन डेटा (Save Applicant Data)” पर क्लिक करके डेटा सुरक्षित करें।
  5. आवेदन शुल्क का भुगतान करें (यदि लागू हो)।
  6. आवेदन पत्र जमा करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंटआउट लें।

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  1. अपने नजदीकी जिला उद्योग केंद्र (DIC) या खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के कार्यालय में जाएं।
  2. आवेदन पत्र प्राप्त करें और सभी आवश्यक जानकारी भरें
  3. सभी आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
  4. आवेदन पत्र को संबंधित कार्यालय में जमा करें।

पीएमईजीपी लोन के लिए चयन प्रक्रिया

  1. जिला स्तर पर गठित टास्क फोर्स द्वारा आवेदनों की जांच।
  2. साक्षात्कार (Interview) (यदि आवश्यक हो)।
  3. परियोजना रिपोर्ट का मूल्यांकन।
  4. बैंक द्वारा ऋण की स्वीकृति।

पीएमईजीपी लोन की मुख्य विशेषताएं

  • इस योजना के तहत, विनिर्माण क्षेत्र के लिए ₹50 लाख और सेवा क्षेत्र के लिए ₹20 लाख तक का लोन लिया जा सकता है।
  • सामान्य श्रेणी के लिए 15% से 25% और विशेष श्रेणी के लिए 25% से 35% तक की सब्सिडी उपलब्ध है।
  • यह योजना नए और मौजूदा दोनों उद्यमों के लिए उपलब्ध है।
  • कोलेटरल सुरक्षा (collateral security) की आवश्यकता नहीं होती है।
  • इस योजना में उन्नयन ऋण (upgradation loan) का भी प्रावधान है, जिसमें 15% से 20% तक की सब्सिडी मिल सकती है।
  • कार्यशील पूंजी (working capital) की आवश्यकता को भी इस योजना में शामिल किया गया है।

निष्कर्ष

पीएमईजीपी लोन योजना उन युवाओं और उद्यमियों के लिए एक वरदान है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। इस योजना के तहत, सरकार न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि कौशल विकास और उद्यमशीलता प्रशिक्षण भी प्रदान करती है। यदि आप भी अपना व्यवसाय शुरू करने का सपना देख रहे हैं, तो पीएमईजीपी लोन योजना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।

Disclaimer: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। पीएमईजीपी लोन योजना से संबंधित जानकारी में बदलाव संभव है, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले आधिकारिक वेबसाइट kviconline.gov.in पर जाकर जानकारी की पुष्टि कर लें. सभी जानकारी केवल सामान्य संदर्भ हेतु दी गई है और वास्तविक विवरण भिन्न हो सकते हैं। हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस योजना के क्रियान्वयन और लोन की स्वीकृति का अधिकार संबंधित बैंकों और सरकारी एजेंसियों के पास है।

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