दिल्ली जल आपूर्ति एक महत्वपूर्ण विषय है, जो न केवल राजधानी के निवासियों की दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करता है, बल्कि यह शहर के विकास और स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। दिल्ली जल बोर्ड (DJB) द्वारा प्रबंधित जल आपूर्ति प्रणाली में कई स्रोत और संरचनाएं शामिल हैं, जो इस विशाल शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने में मदद करती हैं।
दिल्ली जल आपूर्ति का परिचय
- जनसंख्या: दिल्ली की जनसंख्या लगभग 23 मिलियन है।
- जल की मांग: दिल्ली में दैनिक जल की मांग लगभग 1,150 मिलियन गैलन प्रति दिन (MGD) है।
- जल की आपूर्ति: दिल्ली जल बोर्ड (DJB) द्वारा लगभग 935 MGD पानी की आपूर्ति की जाती है, जिससे एक महत्वपूर्ण कमी होती है।
जल आपूर्ति के स्रोत
दिल्ली में जल आपूर्ति के तीन मुख्य स्रोत हैं:
- हरियाणा से कच्चा पानी:
- DJB हरियाणा से कच्चा पानी प्राप्त करता है, जिसमें यमुना नदी और विभिन्न नहरें शामिल हैं।
- कुल 1,133 cusecs (612.5 MGD) पानी हरियाणा से आता है।
- गंगा जल:
- गंगा नहर से 470 cusecs (254.08 MGD) पानी भगीरथी और सोनीया विहार जल उपचार संयंत्रों के लिए उपलब्ध कराया जाता है।
- भूजल:
- दिल्ली में भूजल का उपयोग भी किया जाता है, जिसमें रन्नी कुएं और ट्यूबवेल शामिल हैं।
जल वितरण प्रणाली
- पाइपलाइन नेटवर्क: दिल्ली में 15,383 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन नेटवर्क है।
- अंडरग्राउंड रिजर्वॉयर: 117 अंडरग्राउंड रिजर्वॉयर (UGR) हैं जो पानी को संग्रहित करते हैं।
- जल उपचार संयंत्र: दिल्ली में 8 जल उपचार संयंत्र हैं जो पानी को साफ करने का कार्य करते हैं।
समस्याएँ और चुनौतियाँ
दिल्ली की जल आपूर्ति प्रणाली कई चुनौतियों का सामना कर रही है:
- जल का अपव्यय: पाइपलाइनों में लीक होने के कारण हर साल बहुत सारा पानी बर्बाद होता है।
- अनधिकृत कॉलोनियाँ: कई अनधिकृत कॉलोनियों में पाइपलाइन नहीं पहुंचती, जिससे निवासियों को पानी की कमी का सामना करना पड़ता है।
- जल माफिया: अवैध जल निकासी और वितरण के कारण पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
सुधार के उपाय
दिल्ली सरकार ने जल आपूर्ति प्रणाली को सुधारने के लिए कई योजनाएँ बनाई हैं:
- पानी की आपूर्ति का समुचित प्रबंधन:
- DJB ने पानी के वितरण को नियंत्रित करने के लिए नई नीतियाँ लागू की हैं।
- जल पुनर्चक्रण:
- wastewater treatment और पुनः उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- वृष्टि जल संचयन:
- वर्षा के पानी को संचित करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
- सामुदायिक टैंकर सेवा:
- शहरी गरीबों के लिए टैंकर सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।
भविष्य की योजनाएँ
दिल्ली सरकार ने 2041 तक अतिरिक्त 584 MGD पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे:
- भूजल और सतही जल संसाधनों का संवर्धन।
- वेस्टवॉटर का अधिकतम पुनः उपयोग।
- नए विकास क्षेत्रों में जल आपूर्ति का समुचित प्रबंधन।
निष्कर्ष
दिल्ली की जल आपूर्ति प्रणाली एक जटिल संरचना है, जिसमें कई स्रोत और चुनौतियाँ शामिल हैं। हालांकि, सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों से स्थिति में सुधार हो सकता है। नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारियों का पालन करते हुए जल संरक्षण में योगदान देना चाहिए। इस दिशा में सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं ताकि सभी निवासियों को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध हो सके।