₹25k की सैलरी वालों के लिए खुशखबरी- EPF से 60 की उम्र तक बन सकता है ₹3 Cr का फंड, अभी करें ये प्लान

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EPF

कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक महत्वपूर्ण बचत योजना है जो कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। यह योजना न केवल कर्मचारी बल्कि नियोक्ता के योगदान पर आधारित होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि यदि आपकी बेसिक सैलरी ₹25,000 है, और हर साल आपकी सैलरी में 10% की वृद्धि होती है, तो रिटायरमेंट (60 वर्ष की उम्र) तक आपका EPF फंड कितना होगा।

हम EPF कैलकुलेटर का उपयोग करके इस गणना को समझेंगे और साथ ही आपको EPF के नियम, ब्याज दरें और योगदान प्रक्रिया की पूरी जानकारी देंगे।

EPF

विशेषताविवरण
बेसिक सैलरी₹25,000
कर्मचारी योगदान12%
नियोक्ता योगदान12%
ब्याज दर (2025)8.25%
सैलरी वृद्धि दर10% प्रति वर्ष
रिटायरमेंट उम्र60 वर्ष
शुरुआती उम्र25 वर्ष
कुल कार्यकाल35 वर्ष

EPF योगदान की प्रक्रिया

  1. कर्मचारी का योगदान:
  • कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी का 12% EPF खाते में जमा करता है।
  1. नियोक्ता का योगदान:
  • नियोक्ता भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12% जमा करता है।
  • इसमें से 3.67% EPF खाते में और बाकी 8.33% EPS (Employee Pension Scheme) में जाता है।
  1. ब्याज दर:
  • वर्तमान ब्याज दर 8.25% प्रति वर्ष है। यह राशि मासिक आधार पर चक्रवृद्धि होती है।

EPF कैलकुलेशन: उदाहरण

प्रारंभिक गणना

  • बेसिक सैलरी: ₹25,000
  • कर्मचारी योगदान: ₹3,000 (12%)
  • नियोक्ता योगदान: ₹3,000 (12%)

वार्षिक वृद्धि

वर्षबेसिक सैलरी (₹)कर्मचारी योगदान (₹)नियोक्ता योगदान (₹)कुल योगदान (₹)
2025₹25,000₹3,000₹3,000₹6,000
2026₹27,500₹3,300₹3,300₹6,600
2027₹30,250₹3,630₹3,630₹7,260

ब्याज की गणना

मासिक चक्रवृद्धि ब्याज दर के अनुसार:

  1. पहले महीने का कुल योगदान: ₹6,000
  2. दूसरे महीने का कुल योगदान: ₹6,000 + ब्याज
  • ब्याज = (₹6,000 × 0.6875%) = ₹41.25

इस प्रक्रिया को हर महीने और हर साल दोहराया जाता है।

रिटायरमेंट पर अनुमानित फंड

गणना के आधार पर:

  • कुल कार्यकाल: 35 वर्ष
  • मासिक चक्रवृद्धि ब्याज दर: 0.6875%
  • अनुमानित फंड: लगभग ₹1.5 करोड़

यह राशि कर्मचारी और नियोक्ता के संयुक्त योगदान और ब्याज से प्राप्त होती है।

EPF कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें?

  1. बेसिक सैलरी दर्ज करें:
  • अपनी मासिक बेसिक सैलरी दर्ज करें।
  1. कर्मचारी और नियोक्ता योगदान प्रतिशत दर्ज करें:
  • आमतौर पर यह प्रतिशत दोनों के लिए 12% होता है।
  1. वार्षिक सैलरी वृद्धि प्रतिशत दर्ज करें:
  • यदि आपकी सैलरी हर साल बढ़ती है तो इसका प्रतिशत दर्ज करें।
  1. ब्याज दर दर्ज करें:
  • वर्तमान ब्याज दर (2025 में 8.25%) दर्ज करें।
  1. कार्यकाल दर्ज करें:
  • अपनी वर्तमान उम्र और रिटायरमेंट उम्र के बीच के वर्षों को दर्ज करें।
  1. गणना पर क्लिक करें:
  • कैलकुलेटर तुरंत आपको रिटायरमेंट फंड की राशि दिखाएगा।

EPF के लाभ

  1. रिटायरमेंट सुरक्षा:
  • यह योजना आपके रिटायरमेंट के लिए एक सुरक्षित फंड प्रदान करती है।
  1. टैक्स लाभ:
  • EPF पर टैक्स छूट मिलती है।
  1. चक्रवृद्धि ब्याज:
  • मासिक आधार पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।
  1. आर्थिक स्थिरता:
  • नौकरी छोड़ने या रिटायरमेंट के बाद आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है।

सामान्य प्रश्न (FAQs)

क्या EPF पर ब्याज टैक्स-फ्री होता है?

हाँ, EPF पर मिलने वाला ब्याज टैक्स-फ्री होता है यदि आप इसे पांच साल तक निकालते नहीं हैं।

क्या मैं अपने EPF खाते से बीच में पैसा निकाल सकता हूँ?

हाँ, आप शादी, शिक्षा या मेडिकल इमरजेंसी जैसे कारणों से आंशिक निकासी कर सकते हैं।

क्या वार्षिक वेतन वृद्धि से मेरा फंड बढ़ेगा?

हाँ, वार्षिक वेतन वृद्धि से आपका फंड बढ़ेगा क्योंकि आपका योगदान और ब्याज दोनों बढ़ते हैं।

निष्कर्ष

EPF योजना एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प है जो आपको रिटायरमेंट के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है। यदि आपकी उम्र 25 वर्ष है और आपकी बेसिक सैलरी ₹25,000 है तो वार्षिक वेतन वृद्धि और चक्रवृद्धि ब्याज के साथ आप रिटायरमेंट तक लगभग ₹1.5 करोड़ तक का फंड जमा कर सकते हैं।

Disclaimer: यह जानकारी सामान्य गणना और वर्तमान नियमों पर आधारित है। कृपया अपनी व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार सही सलाह लें।

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