बैंक खाता खोलते समय नॉमिनी का नाम देना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। नॉमिनी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यदि खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उसके खाते में जमा धनराशि का सही वितरण हो सके। लेकिन कई लोग नॉमिनी का नाम देना भूल जाते हैं या इसे नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि नॉमिनी न होने पर पैसे किसे मिलेंगे और इसके लिए क्या प्रक्रिया अपनानी होगी।
नॉमिनी का महत्व
- पैसे का वितरण: नॉमिनी का होना यह सुनिश्चित करता है कि मृत्यु के बाद धनराशि सीधे नॉमिनी को मिल जाए।
- विवाद से बचाव: एक से अधिक नॉमिनी होने पर परिवार में धन के बंटवारे को लेकर विवाद की संभावना कम होती है।
- सुविधा: नॉमिनी के बिना, कानूनी उत्तराधिकारियों को पैसे पाने के लिए लंबी कानूनी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।
नॉमिनी नहीं होने पर पैसे का वितरण
यदि किसी खाताधारक ने अपने खाते के लिए नॉमिनी नहीं बनाया है, तो उसकी मृत्यु के बाद पैसे उसके कानूनी उत्तराधिकारी को मिलेंगे। कानूनी उत्तराधिकारी वे व्यक्ति होते हैं जो मृतक की संपत्ति के स्वामी होते हैं।
कानूनी उत्तराधिकारियों की सूची
- विवाहित व्यक्ति:
- पत्नी
- बच्चे
- माता-पिता
- अविवाहित व्यक्ति:
- माता-पिता
- भाई-बहन
प्रक्रिया: नॉमिनी नहीं होने पर पैसे प्राप्त करने के लिए
यदि किसी खाताधारक की मृत्यु हो गई है और उसने नॉमिनी नहीं बनाया है, तो उसके कानूनी उत्तराधिकारी को निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे:
- डेथ सर्टिफिकेट: मृतक का आधिकारिक मृत्यु प्रमाण पत्र।
- कानूनी उत्तराधिकारी का फोटो: पहचान प्रमाण के लिए।
- KYC दस्तावेज़: जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि।
- लेटर ऑफ डिस्क्लेमर (एनेक्सचर-A): यह पत्र बताता है कि व्यक्ति कानूनी उत्तराधिकारी है।
- लेटर ऑफ इंडेम्निटी (एनेक्सचर-C): यह पत्र बैंक को यह आश्वस्त करता है कि सभी जानकारी सही है।
संभावित समस्याएँ
- प्रक्रिया में देरी: बिना नॉमिनी के, कानूनी उत्तराधिकारियों को पैसे प्राप्त करने में समय लग सकता है।
- विवाद: कई कानूनी उत्तराधिकारी होने पर धन के बंटवारे को लेकर विवाद उत्पन्न हो सकता है।
- टैक्स की जिम्मेदारी: बिना नॉमिनी के, कानूनी उत्तराधिकारियों को धन पर टैक्स देना पड़ सकता है।
नए नियमों में बदलाव
हाल ही में भारतीय सरकार ने बैंकिंग नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- अब एक बैंक खाते में चार नॉमिनी बनाए जा सकेंगे। इससे परिवार के सदस्यों के बीच धन का बंटवारा आसान होगा।
- सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) खातों में भी एक से अधिक नॉमिनी रखने की अनुमति होगी।
निष्कर्ष
बैंक अकाउंट में नॉमिनी का होना अत्यंत आवश्यक है ताकि भविष्य में किसी भी अनहोनी स्थिति में धन का सही वितरण सुनिश्चित किया जा सके। यदि आपने अभी तक अपने खाते में नॉमिनी नहीं बनाया है, तो इसे तुरंत करें। यदि आपके पास पहले से कोई खाता है जिसमें नॉमिनी नहीं है, तो उचित प्रक्रिया अपनाकर इसे अपडेट करें। इससे आप अपने परिवार को भविष्य में किसी भी वित्तीय कठिनाई से बचा सकते हैं।