हर साल जब इनकम टैक्स रिटर्न भरने का वक्त आता है, तो ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि कैसे अपनी गाढ़ी कमाई में से टैक्स की रकम को बचाया जाए। सरकार ने आम लोगों के लिए कई ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें निवेश करके आप न सिर्फ टैक्स बचा सकते हैं, बल्कि अच्छा रिटर्न भी कमा सकते हैं। खासकर अगर आप 2 लाख रुपए तक की इनकम टैक्स छूट पाना चाहते हैं, तो आपके पास कई विकल्प मौजूद हैं। इन योजनाओं में निवेश करने से आपकी बचत भी बढ़ेगी और भविष्य भी सुरक्षित रहेगा।
आजकल बाजार में कई तरह के टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट ऑप्शन हैं, जैसे कि नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS), टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), एलआईसी पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस आदि। इन योजनाओं में निवेश करने पर आपको आयकर अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत छूट मिलती है। सरकार भी चाहती है कि लोग ज्यादा से ज्यादा इन योजनाओं का फायदा उठाएं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
अगर आप भी 2 लाख रुपए तक की इनकम टैक्स छूट पाना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। यहां हम आपको उन सभी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिनमें निवेश करने से आप टैक्स बचा सकते हैं और साथ ही अच्छा रिटर्न भी कमा सकते हैं।
Tax Free Investments
टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट का मतलब है ऐसे निवेश विकल्प, जिनमें निवेश करने पर आपको आयकर में छूट मिलती है और उस पर मिलने वाला ब्याज या रिटर्न भी टैक्स फ्री होता है। भारत सरकार ने कई ऐसी योजनाएं चलाई हैं, जिनमें निवेश करने पर आपको आयकर अधिनियम की धारा 80C, 80CCD(1B), 80D आदि के तहत छूट मिलती है।
इन योजनाओं में निवेश करने से आपको दोहरा फायदा मिलता है-पहला, आपकी टैक्सेबल इनकम कम हो जाती है और दूसरा, आपको सुरक्षित और अच्छा रिटर्न भी मिलता है। आइए जानते हैं ऐसे मुख्य टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट विकल्प कौन-कौन से हैं, जिनमें निवेश करके आप 2 लाख रुपए तक की टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं।
टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट योजनाओं का ओवरव्यू
योजना का नाम | मुख्य लाभ / फीचर |
---|---|
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) | 2 लाख तक टैक्स छूट, रिटायरमेंट फंड, 9-12% अनुमानित रिटर्न |
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) | 1.5 लाख तक टैक्स छूट, 7.1% ब्याज, 15 साल लॉक-इन |
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) | 1.5 लाख तक टैक्स छूट, 8.2% ब्याज, 5 साल लॉक-इन |
टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) | 1.5 लाख तक टैक्स छूट, 5 साल लॉक-इन, गारंटीड रिटर्न |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) | 1.5 लाख तक टैक्स छूट, 6.8% ब्याज, 5 साल लॉक-इन |
हेल्थ इंश्योरेंस | 25,000 से 50,000 तक टैक्स छूट, मेडिकल सुरक्षा |
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) | 1.5 लाख तक टैक्स छूट, इंश्योरेंस + इन्वेस्टमेंट |
एलआईसी पॉलिसी | 1.5 लाख तक टैक्स छूट, लाइफ कवर, मैच्योरिटी पर टैक्स फ्री |
1. नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश से टैक्स छूट
NPS एक सरकारी रिटायरमेंट स्कीम है, जिसमें आप कम से कम 1000 रुपए से निवेश शुरू कर सकते हैं। इसमें निवेश करने पर आपको आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक और 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपए तक की छूट मिलती है। यानी कुल मिलाकर आप 2 लाख रुपए तक की टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं।
- NPS में निवेश करने के लिए आपकी उम्र 18 से 65 साल के बीच होनी चाहिए।
- आप किसी भी बैंक या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए NPS अकाउंट खोल सकते हैं।
- इसमें मिलने वाला रिटर्न 9% से 12% तक हो सकता है, जो मार्केट से जुड़ा होता है।
- मैच्योरिटी पर आपको पेंशन और एकमुश्त रकम दोनों मिलती है।
- यह स्कीम खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो रिटायरमेंट के बाद नियमित आय चाहते हैं।
मुख्य बिंदु:
- 2 लाख तक टैक्स छूट (80C + 80CCD(1B))
- रिटायरमेंट फंड का निर्माण
- सुरक्षित और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट
2. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): सुरक्षित और टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट
PPF भारत सरकार की सबसे लोकप्रिय टैक्स सेविंग स्कीम है। इसमें निवेश करने पर आपको 1.5 लाख रुपए तक की टैक्स छूट मिलती है।
- ब्याज दर: 7.1% (सरकार द्वारा हर तिमाही रिवाइज होती है)
- लॉक-इन पीरियड: 15 साल (बाद में 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं)
- न्यूनतम निवेश: 500 रुपए सालाना
- अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रुपए सालाना
- ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट दोनों टैक्स फ्री
क्यों चुनें PPF?
- पूरी तरह से सुरक्षित (सरकार द्वारा गारंटीड)
- लॉन्ग टर्म सेविंग के लिए बेस्ट
- बच्चों और परिवार के भविष्य के लिए आदर्श
3. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS): बुजुर्गों के लिए बेस्ट टैक्स सेविंग
अगर आप 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के हैं, तो SCSS आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है।
- ब्याज दर: 8.2% (सरकार द्वारा तय)
- न्यूनतम निवेश: 1,000 रुपए
- अधिकतम निवेश: 30 लाख रुपए
- लॉक-इन पीरियड: 5 साल (3 साल और बढ़ा सकते हैं)
- 1.5 लाख रुपए तक की टैक्स छूट (80C के तहत)
SCSS के फायदे:
- सीनियर सिटीजन को नियमित और ज्यादा ब्याज
- सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न
- पोस्ट ऑफिस और बैंक दोनों में उपलब्ध
4. टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): गारंटीड रिटर्न के साथ टैक्स छूट
अगर आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, तो टैक्स सेविंग FD आपके लिए अच्छा विकल्प है।
- ब्याज दर: 5.5% से 7.75% (बैंक के अनुसार)
- लॉक-इन पीरियड: 5 साल
- न्यूनतम निवेश: 1,000 रुपए
- अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रुपए (80C के तहत टैक्स छूट)
- ब्याज पर टैक्स लगता है, लेकिन मूलधन पर छूट
FD के फायदे:
- गारंटीड रिटर्न
- आसान निवेश प्रक्रिया
- सभी प्रमुख बैंकों में उपलब्ध
5. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC): सुरक्षित और टैक्स सेविंग विकल्प
NSC एक पोस्ट ऑफिस स्कीम है, जिसमें निवेश करने पर 1.5 लाख रुपए तक की टैक्स छूट मिलती है।
- ब्याज दर: 6.8% (सरकार द्वारा तय)
- लॉक-इन पीरियड: 5 साल
- न्यूनतम निवेश: 1,000 रुपए
- ब्याज हर साल कंपाउंड होता है और मैच्योरिटी पर मिलता है
NSC क्यों चुनें?
- कम रिस्क, गारंटीड रिटर्न
- छोटे निवेशकों के लिए उपयुक्त
- पोस्ट ऑफिस में आसानी से उपलब्ध
6. हेल्थ इंश्योरेंस: टैक्स बचत के साथ मेडिकल सुरक्षा
हेल्थ इंश्योरेंस में निवेश करने पर आपको आयकर अधिनियम की धारा 80D के तहत 25,000 से 50,000 रुपए तक की टैक्स छूट मिलती है।
- 60 साल से कम उम्र के लिए 25,000 रुपए तक की छूट
- 60 साल या उससे ज्यादा के लिए 50,000 रुपए तक की छूट
- परिवार और माता-पिता दोनों के लिए पॉलिसी ले सकते हैं
फायदे:
- मेडिकल इमरजेंसी में फाइनेंशियल सुरक्षा
- टैक्स छूट के साथ हेल्थ कवर
7. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP): इंश्योरेंस + इन्वेस्टमेंट
ULIP एक ऐसा प्लान है, जिसमें आपको लाइफ इंश्योरेंस के साथ-साथ इन्वेस्टमेंट का फायदा भी मिलता है।
- 1.5 लाख रुपए तक की टैक्स छूट (80C के तहत)
- मैच्योरिटी अमाउंट टैक्स फ्री (कुछ शर्तों के साथ)
- मार्केट लिंक्ड रिटर्न
ULIP के फायदे:
- लाइफ कवर के साथ इन्वेस्टमेंट
- लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन
- टैक्स छूट
8. एलआईसी पॉलिसी: टैक्स छूट के साथ लाइफ कवर
एलआईसी की पॉलिसी में निवेश करने पर आपको 1.5 लाख रुपए तक की टैक्स छूट मिलती है।
- मैच्योरिटी अमाउंट टैक्स फ्री (कुछ शर्तों के साथ)
- लाइफ कवर
- सुरक्षित निवेश
टैक्स फ्री बॉन्ड्स: लंबी अवधि में टैक्स फ्री ब्याज
सरकार द्वारा जारी किए गए टैक्स फ्री बॉन्ड्स में निवेश करने पर आपको हर साल फिक्स्ड ब्याज मिलता है, जो पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।
- मैच्योरिटी: 10 से 20 साल
- ब्याज दर: 7% से 9% तक (बॉन्ड के अनुसार)
- सुरक्षित निवेश विकल्प
टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट के फायदे
- टैक्स छूट: आपकी टैक्सेबल इनकम कम होती है, जिससे टैक्स बचता है।
- सुरक्षित निवेश: ज्यादातर स्कीम सरकारी हैं, इसलिए रिस्क कम है।
- अच्छा रिटर्न: ब्याज दरें बैंक सेविंग्स से ज्यादा होती हैं।
- फाइनेंशियल प्लानिंग: लॉन्ग टर्म सेविंग और फाइनेंशियल गोल्स के लिए बेस्ट।
टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट के लिए जरूरी बातें
- निवेश करने से पहले योजना की शर्तें और लॉक-इन पीरियड जरूर देखें।
- टैक्स छूट सिर्फ पुराने टैक्स सिस्टम में मिलती है, नए टैक्स सिस्टम में नहीं।
- हर स्कीम की ब्याज दर समय-समय पर बदल सकती है।
- निवेश की लिमिट और टैक्स छूट की लिमिट का ध्यान रखें।
- समय पर निवेश करें, ताकि फाइनेंशियल ईयर के अंत में कोई दिक्कत न हो।
टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट से जुड़ी अक्सर पूछी जाने वाली बातें (FAQs)
Q1: क्या मैं एक साथ सभी टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट में निवेश कर सकता हूं?
हाँ, आप सभी में निवेश कर सकते हैं, लेकिन टैक्स छूट की कुल लिमिट का ध्यान रखना जरूरी है।
Q2: क्या टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट में रिटर्न गारंटीड होता है?
सरकारी योजनाओं में रिटर्न गारंटीड होता है, लेकिन मार्केट लिंक्ड स्कीम (जैसे ULIP, NPS) में रिटर्न मार्केट पर निर्भर करता है।
Q3: क्या नए टैक्स सिस्टम में भी टैक्स छूट मिलती है?
नहीं, टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट पर छूट सिर्फ पुराने टैक्स सिस्टम में मिलती है।
Q4: NPS में टैक्स छूट कैसे मिलती है?
NPS में 1.5 लाख (80C) + 50,000 (80CCD(1B)) = 2 लाख रुपए तक की छूट मिलती है।
Q5: क्या PPF में निवेश पूरी तरह टैक्स फ्री है?
हाँ, PPF में निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट तीनों टैक्स फ्री हैं।
टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट का सही समय
- फाइनेंशियल ईयर के आखिरी दिनों में जल्दबाजी में निवेश करने से बेहतर है कि आप पूरे साल प्लानिंग के साथ निवेश करें।
- जितना जल्दी निवेश करेंगे, उतना ज्यादा कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा।
- समय पर निवेश करने से टैक्स सेविंग के साथ-साथ फाइनेंशियल डिसिप्लिन भी बनेगी।
निष्कर्ष
अगर आप भी 2 लाख रुपए तक का इनकम टैक्स बचाना चाहते हैं, तो ऊपर बताई गई योजनाओं में निवेश जरूर करें। NPS, PPF, SCSS, टैक्स सेविंग FD, NSC, हेल्थ इंश्योरेंस, ULIP, एलआईसी पॉलिसी जैसी स्कीमों में निवेश करने से आपको न सिर्फ टैक्स छूट मिलेगी, बल्कि भविष्य के लिए मजबूत फाइनेंशियल प्लानिंग भी होगी।
ध्यान रखें, टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट में निवेश करने से पहले अपनी जरूरत, उम्र, रिस्क प्रोफाइल और फाइनेंशियल गोल्स जरूर तय करें। सही समय पर और सही योजना में निवेश करना आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकता है।
Disclaimer: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट या 2 लाख रुपए तक टैक्स छूट की सुविधा पूरी तरह वास्तविक है, लेकिन यह सिर्फ पुराने टैक्स सिस्टम में ही उपलब्ध है। नए टैक्स सिस्टम में इन छूटों का लाभ नहीं मिलता। निवेश करने से पहले योजना की शर्तें, ब्याज दर, लॉक-इन पीरियड और टैक्स नियमों को अच्छे से समझ लें। किसी भी इन्वेस्टमेंट से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।
योजना असली है, लेकिन टैक्स छूट की लिमिट और नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। इसलिए निवेश से पहले अपडेटेड जानकारी जरूर प्राप्त करें।