हरियाणा राज्य में मेट्रो विस्तार को लेकर हाल ही में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2025-26 के बजट में कई नई मेट्रो परियोजनाओं की घोषणा की है, जिनमें खासतौर पर गुरुग्राम-फरीदाबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो, ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना, बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार और अन्य योजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं के लिए जमीन का सर्वे और डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने का काम शुरू हो चुका है, जिससे हरियाणा के लोगों के लिए सफर और भी आसान और सस्ता हो जाएगा।
हरियाणा में मेट्रो कनेक्टिविटी का दायरा लगातार बढ़ रहा है। खासकर गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, सोनीपत, झज्जर, नूंह जैसे जिलों में मेट्रो के विस्तार से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक और औद्योगिक विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी। इन परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिससे हरियाणा के बड़े शहरों को दिल्ली और एनसीआर से जोड़ना आसान होगा। बजट में मेट्रो के साथ-साथ 500 सिटी ई-बस, हेलीपोर्ट, जंगल सफारी जैसी योजनाओं को भी शामिल किया गया है।
अब जानते हैं विस्तार से हरियाणा में मेट्रो विस्तार की प्रमुख योजनाओं, उनके रूट, लागत, स्टेशनों और अन्य खास बातों के बारे में।
Haryana Metro
हरियाणा सरकार ने 2025-26 के बजट में मेट्रो विस्तार के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। इनमें सबसे अहम हैं:
- गुरुग्राम-फरीदाबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो: इस रूट पर मेट्रो संचालन के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। यह रूट दोनों शहरों के लाखों यात्रियों के लिए राहत लेकर आएगा।
- ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना: इस प्रोजेक्ट के तहत मिलेनियम सिटी सेंटर से डीएलएफ साइबर सिटी तक 28.5 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन बनेगी, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। इस पर 5452 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
- पलवल मेट्रो विस्तार: बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार की डीपीआर तैयार हो रही है। यह रूट केएमपी एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल से जुड़ेगा।
- गुरुग्राम से पचगांव तक मेट्रो: वाटिका चौक से पचगांव तक मेट्रो संचालन की योजना है, जिसकी डीपीआर बन चुकी है।
- 500 सिटी ई-बस: इस वित्त वर्ष में 500 नई ई-बसें शुरू होंगी, जिनमें से 100 गुरुग्राम में चलेंगी।
- हेलीपोर्ट और जंगल सफारी: सेक्टर 36A में हेलीपोर्ट और गुरुग्राम-नूंह में जंगल सफारी का काम भी शुरू होगा।
हरियाणा मेट्रो विस्तार योजना: ओवरव्यू टेबल
योजना का नाम | प्रमुख जानकारी |
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गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो | इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो, बजट में प्रावधान |
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो | 28.5 किमी लंबा रूट, 27 स्टेशन, 5452 करोड़ लागत |
बल्लभगढ़-पलवल मेट्रो | 25 किमी प्रस्तावित, डीपीआर तैयार हो रही |
गुरुग्राम-पचगांव मेट्रो | डीपीआर तैयार, जल्द टेंडर प्रक्रिया |
500 सिटी ई-बस | 100 गुरुग्राम में, बाकी अन्य शहरों में |
हेलीपोर्ट | सेक्टर 36A, दिल्ली-जयपुर हाईवे के पास |
जंगल सफारी | गुरुग्राम-नूंह, 10 हजार एकड़ में निर्माण |
कुल बजट | हजारों करोड़ रुपये का प्रावधान |
गुरुग्राम-फरीदाबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो
यह रूट हरियाणा के दो बड़े औद्योगिक और आवासीय शहरों को जोड़ता है। इस मेट्रो प्रोजेक्ट की घोषणा कई साल पहले हुई थी, लेकिन अब बजट में इसके लिए फंडिंग और जमीन के सर्वे की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस रूट पर रोजाना एक लाख से ज्यादा लोग यात्रा करते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। मेट्रो शुरू होने से इन दोनों शहरों के बीच सफर आसान और तेज हो जाएगा।
- रूट की लंबाई: लगभग 30.38 किमी
- स्टेशन: 7 प्रस्तावित स्टेशन
- लागत: करीब 5900 करोड़ रुपये (पहले अनुमान)
- फायदा: रोजाना लाखों यात्रियों को राहत, ट्रैफिक कम होगा, समय की बचत
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम शुरू हो गया है। इस प्रोजेक्ट में तीन चरणों में निर्माण होगा:
- पहला चरण: मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर 9 तक (टेंडर प्रक्रिया शुरू)
- दूसरा चरण: सेक्टर 9 से डीएलएफ साइबर सिटी तक
- तीसरा चरण: सेक्टर 33 में मेट्रो डिपो का निर्माण
इस रूट पर कुल 27 स्टेशन बनेंगे, जिससे गुरुग्राम के पुराने और नए हिस्से आपस में जुड़ जाएंगे।
- लंबाई: 28.5 किमी
- स्टेशन: 27
- लागत: 5452 करोड़ रुपये
- प्रमुख स्टेशन: सेक्टर 9, 10, 33, 37, 45, 46 (साइबर पार्क), 47, सुभाष चौक, 48, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार 6, बसई आदि
बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार
पलवल मेट्रो विस्तार की डीपीआर पर काम शुरू हो चुका है। यह रूट केएमपी एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर से जुड़ेगा, जिससे पलवल, गुड़गांव, नूंह, झज्जर और सोनीपत जैसे जिलों को फायदा मिलेगा। इस रूट की लंबाई करीब 25 किमी होगी।
- लाभ: औद्योगिक केंद्रों को सीधा फायदा, माल ढुलाई आसान, यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी
गुरुग्राम-पचगांव मेट्रो
गुरुग्राम-सोहना हाईवे के वाटिका चौक से पचगांव तक मेट्रो संचालन की योजना है। डीपीआर तैयार हो चुकी है और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। इससे गुरुग्राम के दक्षिणी हिस्से से पचगांव तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
हरियाणा मेट्रो विस्तार के अन्य फायदे
- यातायात में सुधार: मेट्रो से ट्रैफिक जाम कम होगा और लोगों का सफर आसान बनेगा।
- पर्यावरण सुरक्षा: मेट्रो और ई-बसें प्रदूषण कम करने में मदद करेंगी।
- आर्थिक विकास: औद्योगिक क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे निवेश और रोजगार के मौके बढ़ेंगे।
- पर्यटन को बढ़ावा: जंगल सफारी, हेलीपोर्ट जैसी योजनाओं से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
हरियाणा में मेट्रो विस्तार: प्रमुख रूट और स्टेशन
रूट का नाम | प्रमुख स्टेशन |
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ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो | मिलेनियम सिटी सेंटर, सेक्टर 9, 10, 33, 37, 45, 46, 47, सुभाष चौक, 48, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार 6, बसई |
गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो | सेक्टर 56 (गुरुग्राम) से बाटा चौक (फरीदाबाद) तक |
बल्लभगढ़-पलवल मेट्रो | बल्लभगढ़, पलवल, केएमपी एक्सप्रेसवे, ऑर्बिटल रेल |
गुरुग्राम-पचगांव मेट्रो | वाटिका चौक, पचगांव |
हरियाणा मेट्रो विस्तार: बजट और खर्च
- ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो: 5452 करोड़ रुपये
- गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो: लगभग 5900 करोड़ रुपये (पहले अनुमान)
- बल्लभगढ़-पलवल मेट्रो: हजारों करोड़ रुपये (डीपीआर के बाद तय)
- 500 सिटी ई-बस: बजट में 300 करोड़ रुपये का प्रावधान
- हेलीपोर्ट व जंगल सफारी: अलग बजट प्रावधान
हरियाणा मेट्रो विस्तार: निर्माण की वर्तमान स्थिति
- कई रूटों पर जमीन का सर्वे और डीपीआर तैयार हो रही है।
- ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के पहले चरण के लिए टेंडर आमंत्रित हो चुका है।
- पलवल मेट्रो विस्तार की रिपोर्ट 6 महीने में तैयार होगी।
- गुरुग्राम-पचगांव रूट पर डीपीआर तैयार है, जल्द टेंडर प्रक्रिया होगी।
- बजट में मेट्रो के लिए फंडिंग और निर्माण कार्यों का प्रावधान किया गया है।
हरियाणा मेट्रो विस्तार योजना से जुड़े सवाल-जवाब
प्रश्न: क्या हरियाणा में सभी जिलों को मेट्रो से जोड़ा जाएगा?
- उत्तर: फिलहाल गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, सोनीपत, झज्जर, नूंह आदि प्रमुख जिलों में मेट्रो विस्तार की योजना है। भविष्य में अन्य जिलों को भी जोड़ा जा सकता है।
प्रश्न: मेट्रो विस्तार से आम लोगों को क्या फायदा होगा?
- उत्तर: ट्रैफिक जाम कम होगा, सफर सस्ता और तेज होगा, प्रदूषण घटेगा, रोजगार के मौके बढ़ेंगे।
प्रश्न: क्या इन योजनाओं का काम शुरू हो गया है?
- उत्तर: हां, कई रूटों पर जमीन का सर्वे और डीपीआर तैयार हो रही है। कुछ रूटों पर टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
प्रश्न: क्या मेट्रो विस्तार में केंद्र सरकार का भी सहयोग है?
- उत्तर: हां, केंद्र सरकार ने भी कई प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है और फंडिंग में सहयोग कर रही है।
हरियाणा मेट्रो विस्तार: भविष्य की संभावनाएं
हरियाणा में मेट्रो विस्तार से राज्य की तस्वीर बदलने वाली है। औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ-साथ आम लोगों को भी सीधा फायदा मिलेगा। भविष्य में इन योजनाओं के पूरा होने के बाद हरियाणा के प्रमुख शहरों को दिल्ली, एनसीआर और अन्य राज्यों से जोड़ना और आसान हो जाएगा।
निष्कर्ष
हरियाणा में मेट्रो विस्तार को लेकर आई यह खुशखबरी राज्य के लाखों लोगों के लिए राहत लेकर आई है। जमीन का सर्वे, डीपीआर, टेंडर प्रक्रिया और बजट प्रावधान से साफ है कि सरकार इन योजनाओं को लेकर गंभीर है। मेट्रो, ई-बस, हेलीपोर्ट और जंगल सफारी जैसी योजनाएं हरियाणा के विकास को नई दिशा देंगी।
Disclaimer: यह जानकारी हरियाणा सरकार द्वारा बजट में घोषित मेट्रो विस्तार योजनाओं, डीपीआर, सर्वे और टेंडर प्रक्रिया पर आधारित है। इन परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है, लेकिन कई रूटों पर अभी सर्वे और रिपोर्टिंग प्रक्रिया जारी है। कुछ योजनाएं शुरुआती चरण में हैं और निर्माण शुरू होने में समय लग सकता है। इसलिए सभी योजनाएं पूरी तरह वास्तविक हैं, लेकिन इनके पूरा होने में समय लग सकता है। किसी भी योजना की अंतिम स्थिति, रूट, स्टेशन और खर्च में भविष्य में बदलाव संभव है। कृपया योजना से संबंधित किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक जानकारी जरूर प्राप्त करें।