Railway Station Redevelopment: 104 स्टेशन होंगे सुपरमॉडर्न, यात्रियों की होगी चांदी! – Amrit Bharat Station Yojana

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Amrit Bharat Station Yojana

भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क है, जो रोज़ाना लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता है। समय के साथ, यात्रियों की जरूरतें और उम्मीदें भी बदलती जा रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे मंत्रालय ने देशभर के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।

हाल ही में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत देश के 1300 रेलवे स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट किया जा रहा है, जिसमें से 104 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प कार्य पूरा हो चुका है। यह फैसला न सिर्फ यात्रियों के लिए राहत भरा है, बल्कि भारतीय रेलवे की छवि को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगा।

इस लेख में हम जानेंगे कि रेलवे स्टेशन रीडिवेलपमेंट योजना क्या है, इसमें कौन-कौन से स्टेशन शामिल हैं, यात्रियों को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी, और यह परियोजना देश के विकास में किस तरह योगदान देगी।

Railway Station Redevelopment: Amrit Bharat Station Yojana

योजना का नामअमृत भारत स्टेशन योजना
कुल स्टेशन1300 (104 स्टेशन का कार्य पूर्ण)
उद्देश्यरेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण, यात्री सुविधाओं में वृद्धि
शुरूआत2023 (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिलान्यास)
प्रमुख सुविधाएंप्रतीक्षालय, फूड कोर्ट, स्वच्छ शौचालय, लिफ्ट, एस्केलेटर, डिजिटल डिस्प्ले
सबसे अधिक स्टेशनउत्तर प्रदेश (157), महाराष्ट्र (132), पश्चिम बंगाल (101)
कुल बजटलगभग 1 लाख करोड़ रुपये
प्रमुख स्टेशनसीएसएमटी (मुंबई), दादर, अंधेरी, पुणे, नासिक रोड, नागपुर, बनारस आदि
परियोजना की खासियतएयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, पर्यावरण अनुकूलता
कार्य की प्रगति104 स्टेशन पूर्ण, अन्य पर कार्य जारी

रेलवे स्टेशन रीडिवेलपमेंट क्यों जरूरी है?

  • यात्रियों की बढ़ती संख्या: हर साल रेलवे से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे स्टेशनों पर भीड़ और अव्यवस्था बढ़ जाती है।
  • आधुनिक सुविधाओं की जरूरत: आज के समय में यात्री एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं रेलवे स्टेशनों पर भी चाहते हैं, जैसे साफ-सुथरे वेटिंग हॉल, फूड कोर्ट, डिजिटल टिकटिंग, वाई-फाई आदि।
  • सुरक्षा और सुविधा: पुराने स्टेशन भवनों में सुरक्षा और यात्री सुविधा की कमी रहती है, जिसे दूर करने के लिए रीडिवेलपमेंट जरूरी है।
  • शहरों की पहचान: रेलवे स्टेशन किसी भी शहर का मुख्य प्रवेश द्वार होता है, इसलिए उनका सुंदर और आधुनिक होना शहर की छवि को भी बेहतर बनाता है।

104 रेलवे स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट: मुख्य बातें

प्रमुख विशेषताएं:

  • वेटिंग लाउंज और प्रतीक्षालय
  • फूड कोर्ट और रिटेल कियोस्क
  • स्वच्छ और आधुनिक शौचालय
  • लिफ्ट और एस्केलेटर
  • डिजिटल डिस्प्ले और सूचना प्रणाली
  • रूफ प्लाजा और बच्चों के खेलने का स्थान
  • दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं
  • मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी

कुछ प्रमुख रीडिवेलप्ड स्टेशन:

  • छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), मुंबई
  • दादर (मध्य और पश्चिमी), मुंबई
  • अंधेरी, मुंबई
  • पुणे, महाराष्ट्र
  • नासिक रोड, महाराष्ट्र
  • नागपुर, महाराष्ट्र
  • बनारस (वाराणसी), उत्तर प्रदेश

अमृत भारत स्टेशन योजना: प्रमुख राज्य व स्टेशन

राज्य/केंद्र शासित प्रदेशस्टेशन की संख्या
उत्तर प्रदेश157
महाराष्ट्र132
पश्चिम बंगाल101
बिहार98
गुजरात87
राजस्थान85
मध्य प्रदेश80
तमिलनाडु77
आंध्र प्रदेश73
कर्नाटक61
ओडिशा59
झारखंड57
असम50

रीडिवेलपमेंट के तहत मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं

  • आधुनिक प्रतीक्षालय: यात्रियों के लिए आरामदायक वेटिंग हॉल, एक्सक्लूसिव लाउंज।
  • फूड कोर्ट और रिटेल शॉप्स: खाने-पीने के लिए कई विकल्प, स्थानीय उत्पादों के कियोस्क।
  • डिजिटल सूचना प्रणाली: ट्रेन टाइमिंग, प्लेटफॉर्म सूचना, टिकटिंग आदि के लिए डिजिटल डिस्प्ले।
  • स्वच्छता और हाइजीन: स्वच्छ शौचालय, पीने का पानी, कूड़ा प्रबंधन।
  • लिफ्ट, एस्केलेटर और रैंप: बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चों के लिए सुगम आवागमन।
  • फ्री वाई-फाई और चार्जिंग पॉइंट्स: यात्रियों के लिए इंटरनेट और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा।
  • रूफ प्लाजा: छत पर बैठने की जगह, ग्रीन एरिया, बच्चों के खेलने का स्थान।
  • मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी: स्टेशन के बाहर टैक्सी, ऑटो, बस, मेट्रो आदि की आसान उपलब्धता।
  • सुरक्षा: सीसीटीवी कैमरा, बेहतर लाइटिंग, फायर सेफ्टी।
  • पर्यावरण अनुकूलता: ग्रीन बिल्डिंग, सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन।

कुछ प्रमुख रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट्स की झलक

1. छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), मुंबई

  • 1800 करोड़ रुपये की लागत से रीडिवेलपमेंट
  • ब्रिटिश कालीन इमारत को वर्ल्ड क्लास स्टेशन में तब्दील किया जा रहा है
  • एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, डिजिटल सिस्टम
  • पर्यावरण अनुकूल निर्माण, दिव्यांगजन के लिए विशेष सुविधाएं

2. बनारस रेलवे स्टेशन (वाराणसी)

  • 118 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिकीकरण
  • विशाल प्रतीक्षालय, फूड कोर्ट, रिटायरिंग रूम, लिफ्ट, एस्केलेटर
  • सीसीटीवी सुरक्षा, एलईडी लाइटिंग, ग्रीन एरिया, बैठने की व्यवस्था
  • स्थानीय कला और संस्कृति की झलक

3. अजनी रेलवे स्टेशन (नागपुर)

  • 359.82 करोड़ रुपये की लागत से रीडिवेलपमेंट
  • ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं
  • दो समर्पित एफओबी, रूफ प्लाजा, पार्किंग, ड्रॉप ऑफ/पिक अप जोन
  • अस्थायी स्टेशन भवन का निर्माण, तेजी से प्रगति

अमृत भारत योजना: कैसे चुने गए स्टेशन?

  • यात्री संख्या और ट्रैफिक: जिन स्टेशनों पर अधिक यात्री ट्रैफिक है, उन्हें प्राथमिकता दी गई।
  • शहर का महत्व: बड़े शहरों, धार्मिक और पर्यटन स्थलों के स्टेशन शामिल किए गए।
  • आर्थिक और सामाजिक प्रभाव: जिन स्टेशनों के रीडिवेलपमेंट से स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा, उन्हें भी शामिल किया गया।
  • स्थानीय कला और संस्कृति: स्टेशन भवनों में स्थानीय कला, संस्कृति और विरासत को भी जगह दी गई है।

रीडिवेलपमेंट का असर: यात्रियों और शहरों के लिए फायदे

  • यात्रा का अनुभव बेहतर: यात्रियों को सफर के दौरान एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी, जिससे यात्रा का अनुभव और आरामदायक होगा।
  • सुरक्षा में बढ़ोतरी: सीसीटीवी, बेहतर लाइटिंग, साफ-सफाई से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
  • स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: स्टेशन परिसर में नए बिजनेस, रिटेल शॉप्स, फूड कोर्ट खुलेंगे, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
  • शहर की छवि में सुधार: आधुनिक स्टेशन किसी भी शहर की पहचान बनेंगे, जिससे पर्यटन और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
  • पर्यावरण संरक्षण: ग्रीन बिल्डिंग, सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन जैसी सुविधाएं पर्यावरण के लिए लाभकारी हैं।

यात्रियों की भागीदारी और सुझाव

रेल मंत्रालय ने आम जनता से भी सुझाव मांगे हैं कि वे अपने शहर के रेलवे स्टेशन के रीडिवेलपमेंट में क्या बदलाव देखना चाहते हैं। यात्री सीधे रेलवे की वेबसाइट पर जाकर अपने सुझाव दे सकते हैं। इससे स्टेशन का डिज़ाइन स्थानीय कला, संस्कृति और यात्रियों की जरूरतों के अनुसार तैयार किया जा सकेगा।

रेल मंत्री का बयान: “दुनिया में सबसे बड़ी रीडिवेलपमेंट परियोजना”

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा,

“दुनिया में कहीं भी इस पैमाने पर स्टेशन पुनर्विकास परियोजना नहीं हुई है। हमारा लक्ष्य है कि भारतीय रेलवे के स्टेशन भी विश्वस्तरीय बनें और यात्रियों को हर सुविधा मिले।”

उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में गोंदिया-बल्लारशाह रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए 4,819 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे क्षेत्रीय व्यापार और कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।

भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां

  • बचे हुए 1200+ स्टेशनों पर तेज़ी से काम जारी है।
  • प्रत्येक स्टेशन की स्थानीय जरूरतों के अनुसार रीडिवेलपमेंट किया जा रहा है।
  • कई जगहों पर पुराने भवनों को हटाकर नए ग्रीन बिल्डिंग्स बनाई जा रही हैं।
  • परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती है समय पर कार्य पूरा करना और यात्रियों को असुविधा न हो।
  • स्टेशनों पर काम के दौरान कई ट्रेनों को अस्थायी रूप से अन्य स्टेशनों पर शिफ्ट किया जा रहा है।

निष्कर्ष

रेलवे मंत्री का यह बड़ा फैसला भारतीय रेलवे के इतिहास में एक मील का पत्थर है। 104 रेलवे स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट कार्य पूरा हो चुका है, और बाकी स्टेशनों पर भी तेज़ी से काम जारी है। इस परियोजना से यात्रियों को न सिर्फ बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि देश के रेलवे नेटवर्क की छवि भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगी।

यात्रियों को चाहिए कि वे अपने सुझाव रेलवे मंत्रालय तक पहुंचाएं, ताकि स्टेशन का विकास स्थानीय जरूरतों के अनुसार हो सके। आने वाले समय में भारतीय रेलवे के स्टेशन विश्वस्तरीय बनेंगे, जिससे देश की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।

Dislcaimer: यह लेख उपलब्ध समाचार स्रोतों और सरकारी घोषणाओं पर आधारित है। रेलवे मंत्री द्वारा घोषित 104 स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट कार्य वास्तव में पूरा हो चुका है और बाकी स्टेशनों पर कार्य प्रगति पर है। इसमें दी गई जानकारी समय-समय पर बदल सकती है, इसलिए किसी भी अपडेट के लिए रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या समाचार माध्यमों से जानकारी प्राप्त करें।

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