FD निवेशकों के लिए बड़ी खबर, बजट 2025 में TDS के नए नियम, सीनियर सिटीजन और टैक्सपेयर्स पर असर

बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर टैक्स डिडक्शन एट सोर्स (TDS) नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। ये बदलाव खासकर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं जो FD से होने वाली आय पर निर्भर हैं, जिनमें सीनियर सिटीजन भी शामिल हैं। नए नियमों का उद्देश्य आम आदमी के हाथ में अधिक पैसा देना और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।

इन बदलावों से टैक्स प्लानिंग और इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी पर भी असर पड़ेगा। इन नए नियमों के तहत, सरकार ने FD पर TDS की सीमा को बढ़ा दिया है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा, नए टैक्स रिजीम में भी कुछ बदलाव किए गए हैं, जिनका असर इनकम टैक्स भरने वाले सभी लोगों पर पड़ेगा। इस लेख में, हम बजट 2025 में FD TDS और इनकम टैक्स से जुड़े सभी नए नियमों के बारे में विस्तार से जानेंगे, साथ ही यह भी समझेंगे कि इनका आपके वित्तीय जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

बजट 2025: एफडी टीडीएस और इनकम टैक्स में मुख्य बदलाव

विशेषतापुराना नियमनया नियम (1 अप्रैल 2025 से लागू)
FD पर TDS सीमा (गैर-वरिष्ठ नागरिक)₹40,000 प्रति वर्ष₹50,000 प्रति वर्ष
अन्य मामलों में TDS सीमा₹5,000₹10,000
टीडीएस दर (पैन कार्ड उपलब्ध)10%10% (कोई बदलाव नहीं)
टीडीएस दर (पैन कार्ड उपलब्ध नहीं)20%20% (कोई बदलाव नहीं)
लागू होने की तिथि1 अप्रैल 2025

एफडी पर टीडीएस के नए नियम:

बजट 2025 में किए गए बदलावों के अनुसार, गैर-वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति) के लिए बैंक FD पर ब्याज से होने वाली आय पर TDS की सीमा ₹40,000 से बढ़ाकर ₹50,000 प्रति वित्तीय वर्ष कर दी गई है। इसका मतलब है कि यदि आपकी FD से होने वाली वार्षिक ब्याज आय ₹50,000 से कम है, तो बैंक TDS नहीं काटेगा। यह बदलाव 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा। अगर आपकी FD से होने वाली ब्याज आय ₹50,000 से अधिक है, तो बैंक 10% की दर से TDS काटेगा, यदि आपके पास पैन कार्ड उपलब्ध है। यदि आपके पास पैन कार्ड उपलब्ध नहीं है, तो TDS की दर 20% होगी। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि TDS केवल एक अग्रिम कर है, और आपको अपनी कुल आय के आधार पर आयकर रिटर्न भरना होगा।

सीनियर सिटीजन के लिए टीडीएस नियम

सीनियर सिटीजन (60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति) के लिए FD पर TDS की छूट सीमा अलग है। बैंकों द्वारा समय-समय पर इसकी घोषणा की जाती है। सीनियर सिटीजन को बैंक FD में टीडीएस पर मिलने वाली छूट की सीमा इन सबसे अलग है।

नए टैक्स रिजीम में बदलाव

हालांकि, सर्च रिजल्ट्स में नए टैक्स रिजीम को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी गई है, पर बजट में इनकम टैक्स कानून में कुछ बदलाव किए गए हैं जिनका असर टैक्स भरने वाले लोगों पर पड़ेगा।

इन बदलावों से किसे होगा फायदा?

  • जिन लोगों की FD से होने वाली वार्षिक ब्याज आय ₹40,000 से ₹50,000 के बीच है, उन्हें TDS से राहत मिलेगी।
  • जिन लोगों के हाथ में अधिक पैसा रहेगा, वे उसे खर्च कर पाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
  • मिडिल क्लास से टैक्स कटौती कम होगी, जिससे उनके पास अधिक नगदी रहेगी।

सावधानियां

  • यह सुनिश्चित करें कि आपके सभी बैंक खातों में आपका पैन कार्ड अपडेट किया गया है, ताकि TDS की कटौती सही दर पर हो।
  • अपनी कुल आय का सही अनुमान लगाएं और समय पर आयकर रिटर्न भरें, ताकि आपको कोई जुर्माना न देना पड़े।

निष्कर्ष

बजट 2025 में FD पर TDS नियमों में किए गए बदलाव आम आदमी के लिए फायदेमंद साबित होंगे। TDS सीमा बढ़ने से लोगों के हाथ में अधिक पैसा रहेगा, जिसका वे अपनी जरूरत के अनुसार उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि TDS केवल एक अग्रिम कर है, और आपको अपनी कुल आय के आधार पर आयकर रिटर्न भरना होगा।

Disclaimer: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. कर नियमों में बदलाव हो सकते हैं, इसलिए कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।

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