भारत में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर उत्तर-पूर्व, दक्षिण भारत और उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में अगले तीन दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है। इस अलर्ट के चलते लोगों को सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार मानसून के समय से पहले पहुंचने और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया है। इससे न सिर्फ तापमान में गिरावट आई है, बल्कि कई राज्यों में सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ है।
बारिश और आंधी के इस अलर्ट का असर दिल्ली, केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और राजस्थान जैसे राज्यों में देखने को मिलेगा।
IMD Heavy Rain Alert
अलर्ट जारी करने वाला विभाग | भारतीय मौसम विभाग (IMD) |
अलर्ट का प्रकार | भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट |
अलर्ट अवधि | 29 मई से 3 जून 2025 (अगले 3-7 दिन) |
प्रभावित राज्य/क्षेत्र | दिल्ली, केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय, अरुणाचल, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, राजस्थान आदि |
मुख्य कारण | मानसून का जल्दी पहुंचना, बंगाल की खाड़ी में दबाव, पश्चिमी विक्षोभ, नमी वाली हवाएं |
अलर्ट के रंग | येलो (सावधान), ऑरेंज (तैयार रहें), रेड (कार्रवाई करें) |
संभावित खतरे | बाढ़, जलभराव, बिजली गिरना, पेड़ गिरना, यातायात बाधा, फसल नुकसान, भूस्खलन |
सलाह | सतर्क रहें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, अनावश्यक यात्रा से बचें |
IMD Heavy Rain Alert: मुख्य शब्द का विस्तार
IMD Heavy Rain Alert यानी भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया भारी बारिश और आंधी का चेतावनी संदेश। इसका उद्देश्य लोगों को समय रहते सतर्क करना और संभावित आपदाओं से बचाव के उपाय सुझाना है। IMD हर मौसम की स्थिति के अनुसार अलग-अलग रंगों के अलर्ट जारी करता है—जैसे येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट।
रेड अलर्ट का मतलब है कि बेहद भारी बारिश या गंभीर मौसम स्थितियां हो सकती हैं, जिससे जान-माल का नुकसान संभव है। ऑरेंज अलर्ट में भीषण बारिश और आंधी-तूफान की संभावना रहती है, जबकि येलो अलर्ट में हल्की से मध्यम बारिश या सामान्य मौसम परिवर्तन की चेतावनी दी जाती है।
मौसम विभाग का यह अलर्ट किसानों, यात्रियों, प्रशासन और आम जनता के लिए बेहद जरूरी होता है, ताकि वे समय रहते जरूरी कदम उठा सकें।
IMD Heavy Rain Alert 2025: किन राज्यों में अलर्ट?
उत्तर भारत
- दिल्ली-एनसीआर: 29 मई से 1 जून के बीच तेज बारिश और 50-70 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मई 2025 में दिल्ली में रिकॉर्ड 188.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे हीटवेव नहीं आई और तापमान औसत से कम रहा। IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
- पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़: तेज बारिश और आंधी के साथ बिजली गिरने की संभावना।
- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर: कुछ जिलों में भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का अनुमान। हिमाचल में मानसून समय से पहले पहुंच सकता है। राज्य के कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी है।
पूर्वोत्तर भारत
- असम, मेघालय: 30 मई से 1 जून के बीच अत्यंत भारी वर्षा (30 सेमी से अधिक) की संभावना। अगले सात दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है।
- अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम: 30 मई को भारी बारिश और आंधी का अलर्ट।
- पश्चिम बंगाल, सिक्किम: सब-हिमालयी इलाकों में 30 मई से 1 जून तक भारी बारिश का अनुमान।
दक्षिण भारत
- केरल: आठ जिलों में रेड अलर्ट—पथनमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टयम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, कन्नूर, कासरगोड। बाकी जिलों में ऑरेंज अलर्ट। 31 मई से 2 जून तक भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना।
- कर्नाटक (तटीय और घाट क्षेत्र): 30 मई से 2 जून तक भारी बारिश, कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश।
- तमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल: 30-31 मई को हल्की से मध्यम बारिश, कहीं-कहीं तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना।
- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना: तटीय इलाकों में भारी बारिश और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
- लक्षद्वीप, माहे: भारी बारिश के साथ तेज हवाएं।
अन्य राज्य
- राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश: कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना।
- गुजरात (सौराष्ट्र, कच्छ): कुछ जगहों पर तेज हवाएं चलने का अनुमान।
IMD के रंग-कोडेड अलर्ट का मतलब
रंग | अर्थ | बारिश (24 घंटे में) | सलाह |
---|---|---|---|
हरा (Green) | सामान्य मौसम | < 64 मिमी | कोई चेतावनी नहीं |
पीला (Yellow) | सतर्कता | 64.5–115.5 मिमी | अपडेट रहें, सतर्क रहें |
नारंगी (Orange) | तैयार रहें | 115.6–204.4 मिमी | तैयारी करें, जरूरी कदम उठाएं |
लाल (Red) | कार्रवाई करें | > 204.5 मिमी | तुरंत सुरक्षा उपाय करें, खतरे की स्थिति |
रेड अलर्ट का मतलब है कि अगले 24 घंटों में बहुत भारी या अत्यंत भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़, जलभराव, यातायात बाधा, पेड़ गिरना, बिजली गिरना, फसल नुकसान और जनहानि का खतरा रहता है।
भारी बारिश और आंधी के मुख्य कारण
- मानसून का जल्दी पहुंचना: इस साल मानसून 24 मई को ही केरल पहुंच गया, जो सामान्य से एक हफ्ता पहले है।
- बंगाल की खाड़ी में दबाव: बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण नमी वाली हवाएं देश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश ला रही हैं।
- पश्चिमी विक्षोभ: उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश और आंधी का दौर जारी है।
- नमी युक्त हवाएं: समुद्र से आने वाली नम हवाएं भीषण बारिश और तेज हवाओं का कारण बन रही हैं।
संभावित खतरे और प्रभाव
- बाढ़: नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा।
- जलभराव: शहरों और कस्बों में जलभराव की समस्या।
- यातायात बाधा: सड़कों पर पानी भरने और पेड़ गिरने से ट्रैफिक प्रभावित हो सकता है।
- फसल नुकसान: किसानों को फसल बर्बाद होने का डर।
- भूस्खलन: पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की संभावना।
- बिजली गिरना: आंधी-तूफान के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट: गंदा पानी, मच्छरों का प्रकोप और बीमारियों का खतरा।
प्रशासन और लोगों के लिए सलाह
- मौसम विभाग और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- बाढ़ या जलभराव वाले इलाकों में न जाएं।
- पेड़, बिजली के खंभे और खुले मैदानों से दूर रहें।
- जरूरत न हो तो यात्रा टालें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- आपातकालीन नंबर और राहत केंद्रों की जानकारी रखें।
- किसानों को सलाह—फसल की सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय करें।
क्षेत्रवार अलर्ट और प्रमुख जिले
राज्य/क्षेत्र | अलर्ट स्तर | मुख्य जिले/शहर |
---|---|---|
केरल | रेड/ऑरेंज | पथनमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टयम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, कन्नूर, कासरगोड, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम |
दिल्ली-एनसीआर | ऑरेंज | दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव |
असम, मेघालय | रेड/ऑरेंज | गुवाहाटी, शिलांग, अन्य जिलों में भी |
कर्नाटक | ऑरेंज | तटीय और घाट क्षेत्र |
हिमाचल प्रदेश | ऑरेंज/येलो | मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर |
तमिलनाडु | येलो/ऑरेंज | घाट क्षेत्र, पुदुचेरी, कराईकल |
उत्तराखंड | येलो/ऑरेंज | देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार आदि |
पश्चिम बंगाल, सिक्किम | ऑरेंज | सब-हिमालयी क्षेत्र |
IMD Heavy Rain Alert 2025: जून-सितंबर के लिए पूर्वानुमान
IMD के अनुसार, जून से सितंबर 2025 के दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। जून महीने के लिए औसत वर्षा लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) का 108% से ज्यादा रहने का अनुमान है। जुलाई के लिए पूर्वानुमान जून के अंतिम सप्ताह में जारी किया जाएगा।
मानसून की अधिक वर्षा जहां कृषि और जल संसाधनों के लिए लाभकारी है, वहीं इससे बाढ़, यातायात बाधा, सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट और पारिस्थितिक तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकता है।
IMD Heavy Rain Alert: क्या करें, क्या न करें
क्या करें:
- मौसम अपडेट्स और प्रशासन की सलाह पर ध्यान दें।
- जरूरी दवाइयां, टॉर्च, पानी और ड्राई फूड तैयार रखें।
- घर की छत, खिड़कियां और दरवाजे मजबूत करें।
- बिजली के उपकरणों को सुरक्षित रखें।
- बच्चों को बाहर खेलने न दें।
क्या न करें:
- जलभराव या बाढ़ वाले इलाकों में न जाएं।
- पेड़, बिजली के खंभे या खुले मैदान में न खड़े रहें।
- अफवाहों पर ध्यान न दें, केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
निष्कर्ष
IMD द्वारा जारी भारी बारिश और आंधी का अलर्ट देश के कई हिस्सों के लिए चेतावनी है। मानसून के जल्दी पहुंचने और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के चलते मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। दिल्ली, केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय, हिमाचल, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में अगले तीन दिनों तक खराब मौसम रह सकता है।
लोगों को सतर्क रहने, प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी जाती है। भारी बारिश जहां किसानों और जल संसाधनों के लिए लाभकारी है, वहीं बाढ़, भूस्खलन और अन्य आपदाओं का खतरा भी बढ़ जाता है।
Disclaimer: यह लेख 31 मई 2025 को उपलब्ध मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट्स और मीडिया अपडेट्स पर आधारित है। IMD द्वारा जारी भारी बारिश और आंधी का अलर्ट पूरी तरह वास्तविक है और देश के कई राज्यों में अगले तीन दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है। मौसम की स्थिति तेजी से बदल सकती है, इसलिए हमेशा ताजा अपडेट और प्रशासन की सलाह पर ध्यान दें।