EMI में डूबने से पहले जान लें ये 5 बातें, लोन लेते वक्त 90% लोग करते हैं ये खतरनाक गलती

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आज के समय में लोन लेना आम बात हो गई है। चाहे घर खरीदना हो, गाड़ी लेनी हो, बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे चाहिए हों या कोई मेडिकल इमरजेंसी हो – हर जगह लोन एक आसान विकल्प बन चुका है। लेकिन लोन लेना जितना आसान लगता है, उतना ही जरूरी है इसे समझदारी से लेना। कई बार लोग बिना पूरी जानकारी के लोन ले लेते हैं, जिससे बाद में EMI चुकाने में दिक्कत आती है और फाइनेंशियल टेंशन बढ़ जाती है।

अगर आप भी लोन लेने की सोच रहे हैं या पहले से ही कोई लोन चला रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातें हैं, जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। सही प्लानिंग और समझदारी से लोन लिया जाए, तो EMI चुकाना कभी टेंशन का कारण नहीं बनता। आइए जानते हैं वे 5 बातें, जिन्हें लोन लेते समय हमेशा दिमाग में रखना चाहिए।

5 Important Tips before Taking Loan

लोन लेने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना आपको फाइनेंशियल प्रेशर से बचा सकता है और EMI चुकाने में आसानी देगा। नीचे दिए गए पॉइंट्स को ध्यान से पढ़ें और समझें:

लोन का ओवरव्यू टेबल

पॉइंटविवरण
लोन का प्रकारपर्सनल, होम, ऑटो, एजुकेशन आदि
ब्याज दरबैंक/एनबीएफसी के अनुसार अलग-अलग
लोन अवधि1 साल से 30 साल तक (लोन टाइप पर निर्भर)
न्यूनतम क्रेडिट स्कोर685+ (आदर्श)
डाउन पेमेंटहोम/ऑटो लोन में जरूरी
प्रोसेसिंग फीस0.5% से 2% तक (बैंक पर निर्भर)
EMI कैलकुलेशनबैंक EMI कैलकुलेटर से करें
प्री-पेमेंट चार्जकुछ लोन में लागू, जांच लें

1. अपनी फाइनेंशियल स्थिति का सही आकलन करें

  • लोन लेने से पहले अपनी इनकम, खर्च और पहले से चल रहे कर्ज का पूरा हिसाब लगाएं।
  • यह देखें कि आपकी मासिक आय में से EMI देने के बाद भी जरूरी खर्च पूरे हो रहे हैं या नहीं।
  • कोशिश करें कि आपकी EMI आपकी नेट इनकम का 40-50% से ज्यादा न हो।
  • क्रेडिट स्कोर जरूर चेक करें, क्योंकि अच्छा स्कोर मिलने पर कम ब्याज दर मिलती है।

2. EMI अपनी जेब के हिसाब से चुनें

  • EMI हमेशा अपनी पेमेंट कैपेसिटी के हिसाब से ही चुनें।
  • ज्यादा EMI का लालच न करें, इससे बाकी खर्चों पर असर पड़ सकता है।
  • EMI कैलकुलेटर की मदद से पहले ही पता कर लें कि कितनी EMI आपको सूट करेगी।
  • कोशिश करें कि पर्सनल लोन की EMI आपकी इनकम का 10-15% और होम लोन की EMI 15-20% से ज्यादा न हो।

3. लोन की अवधि सोच-समझकर चुनें

  • लोन की अवधि जितनी छोटी होगी, ब्याज उतना कम देना पड़ेगा, लेकिन EMI ज्यादा होगी।
  • लंबी अवधि में EMI तो कम हो जाती है, लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ता है।
  • अपनी फाइनेंशियल स्थिति के हिसाब से बैलेंस बनाएं – न ज्यादा लंबी अवधि चुनें, न बहुत छोटी।
  • कोशिश करें कि जल्दी-से-जल्दी लोन चुका दें, इससे ब्याज का बोझ कम रहेगा।

4. ब्याज दर और अन्य चार्जेस की पूरी जानकारी लें

  • लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों/एनबीएफसी की ब्याज दरें जरूर तुलना करें।
  • सिर्फ ब्याज दर ही नहीं, प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज, लेट पेमेंट पेनाल्टी आदि भी चेक करें।
  • फिक्स्ड और फ्लोटिंग दोनों तरह की ब्याज दर के फायदे-नुकसान समझें।
  • कम ब्याज दर के चक्कर में छुपे हुए चार्जेस को नजरअंदाज न करें।

5. लोन रीपेमेंट की प्लानिंग और EMI चुकाने के आसान तरीके

  • EMI समय पर चुकाने के लिए ऑटो-डेबिट या ECS का विकल्प चुनें।
  • अगर कभी फाइनेंशियल दिक्कत आए तो बैंक से लोन री-स्ट्रक्चरिंग, EMI मोराटोरियम या टेन्योर बढ़ाने का विकल्प पूछें।
  • एक्स्ट्रा इनकम का कुछ हिस्सा EMI प्री-पेमेंट में डालें, इससे ब्याज कम लगेगा।
  • बजट बनाकर चलें और गैर-जरूरी खर्चों को कंट्रोल करें।
  • EMI मिस न करें, वरना क्रेडिट स्कोर खराब होगा और पेनाल्टी भी लगेगी।

EMI चुकाने की टेंशन दूर करने के 5 आसान उपाय

  • EMI के लिए अलग से फंड बनाएं और हर महीने उसमें पैसे डालें।
  • इनकम बढ़ाने के तरीके खोजें – जैसे पार्ट टाइम जॉब या फ्रीलांसिंग।
  • गोल्ड या अन्य असेट्स का इस्तेमाल कर जरूरत पड़ने पर लोन प्री-पेमेंट करें।
  • अगर ज्यादा लोन चल रहे हैं तो सबसे महंगे लोन को पहले चुकाएं।
  • EMI पेमेंट के लिए रिमाइंडर सेट करें, ताकि कभी मिस न हो।

लोन लेते समय पूछे जाने वाले जरूरी सवाल

  • क्या मेरी इनकम EMI चुकाने के लिए पर्याप्त है?
  • क्या मेरा क्रेडिट स्कोर अच्छा है?
  • कौन सा बैंक/एनबीएफसी सबसे कम ब्याज दर दे रहा है?
  • लोन की अवधि और EMI कितनी होगी?
  • क्या कोई छुपे हुए चार्जेस तो नहीं हैं?
  • क्या समय से पहले लोन चुकाने पर पेनाल्टी लगेगी?

लोन मैनेजमेंट के लिए जरूरी टिप्स

  • लोन लेते समय सभी डॉक्युमेंट्स और टर्म्स-एंड-कंडीशंस ध्यान से पढ़ें।
  • EMI चुकाने के लिए हमेशा एक महीने की सैलरी या इनकम अलग रखें।
  • अगर किसी महीने दिक्कत हो तो तुरंत बैंक से संपर्क करें।
  • अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को साफ-सुथरा रखें, इससे आगे भी लोन लेना आसान रहेगा।
  • जरूरत से ज्यादा लोन न लें, जितना जरूरी हो उतना ही लें।

लोन लेते समय की जाने वाली आम गलतियां

  • बिना तुलना किए सीधे लोन ले लेना।
  • EMI का सही कैलकुलेशन न करना।
  • छुपे हुए चार्जेस को नजरअंदाज करना।
  • ज्यादा लंबी अवधि का लोन चुनना।
  • समय पर EMI न देना।
  • एक साथ कई लोन ले लेना।

लोन लेने से जुड़े फायदे और नुकसान

फायदेनुकसान
जरूरत के समय तुरंत पैसे मिल जाते हैंब्याज और चार्जेस का बोझ
फाइनेंशियल गोल्स पूरे करने में मददEMI मिस होने पर क्रेडिट स्कोर खराब
टैक्स बेनिफिट (कुछ लोन में)ज्यादा लोन लेने पर फाइनेंशियल प्रेशर
अपनी संपत्ति गिरवी न रखनी पड़े (पर्सनल लोन में)समय पर न चुकाने पर लीगल एक्शन

लोन लेते समय किन बातों का रखें खास ध्यान?

  • लोन की जरूरत को सही से समझें।
  • जितना जरूरी हो, उतना ही लोन लें।
  • EMI और ब्याज दर का पूरा कैलकुलेशन करें।
  • बैंक की सभी शर्तें ध्यान से पढ़ें।
  • समय पर EMI चुकाने की प्लानिंग पहले से करें।

EMI कम करने के तरीके

  • डाउन पेमेंट ज्यादा करें, इससे लोन अमाउंट कम होगा।
  • लंबी अवधि का लोन लें, लेकिन ध्यान रखें कि कुल ब्याज ज्यादा न हो।
  • क्रेडिट स्कोर सुधारें, इससे कम ब्याज दर मिलेगी।
  • बैंक से ब्याज दर कम करवाने की कोशिश करें।
  • समय-समय पर प्री-पेमेंट करें।

लोन लेते समय जरूरी डॉक्युमेंट्स

  • पहचान पत्र (आधार/पैन)
  • एड्रेस प्रूफ
  • इनकम प्रूफ (सैलरी स्लिप/ITR)
  • बैंक स्टेटमेंट
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • अन्य बैंक द्वारा मांगे गए डॉक्युमेंट्स

लोन लेने से पहले खुद से पूछें ये 5 सवाल

  • क्या मुझे वाकई लोन की जरूरत है?
  • क्या मैं समय पर EMI चुका पाऊंगा?
  • क्या मेरी इनकम और खर्चों में बैलेंस है?
  • क्या मैंने सभी विकल्पों की तुलना की है?
  • क्या लोन की सभी शर्तें मुझे समझ आ गई हैं?

लोन लेते समय सबसे बड़ी सावधानियां

  • किसी भी डॉक्युमेंट पर साइन करने से पहले ध्यान से पढ़ें।
  • EMI चुकाने के लिए हमेशा बैकअप फंड रखें।
  • अगर लोन रीपेमेंट में दिक्कत हो तो बैंक से तुरंत बात करें।
  • फर्जी कॉल्स या स्कैम से बचें, हमेशा बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या ब्रांच से ही लोन लें।
  • जरूरत से ज्यादा लोन लेने से बचें।

निष्कर्ष

लोन लेना आसान है, लेकिन समझदारी से लोन लेना ही सही है। ऊपर बताए गए पांच जरूरी बातों को ध्यान में रखेंगे तो कभी भी EMI चुकाने की टेंशन नहीं होगी। सही प्लानिंग, EMI का कैलकुलेशन, अपनी इनकम और खर्चों का संतुलन और समय पर पेमेंट – यही लोन मैनेजमेंट का मंत्र है। लोन लेते समय जल्दबाजी या बिना जानकारी के कोई फैसला न लें।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी हेतु है। इसमें दिए गए सुझाव आम वित्तीय सलाह पर आधारित हैं। लोन लेने से पहले बैंक/एनबीएफसी की ऑफिशियल टर्म्स और कंडीशंस जरूर पढ़ें। कोई भी लोन स्कीम या EMI प्लानिंग आपके पर्सनल फाइनेंशियल कंडीशन पर निर्भर करती है। ऊपर बताई गई बातें रियल हैं और सही तरीके से अपनाई जाएं तो लोन चुकाने की टेंशन काफी हद तक कम हो सकती है। किसी भी स्कीम या ऑफर की सच्चाई जानने के लिए खुद जांच-पड़ताल जरूर करें।

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