भारत सरकार ने रसोई गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना की शुरुआत गरीब परिवारों को रसोई गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना और उनके जीवन स्तर को सुधारना है।
योजना का उद्देश्य
- स्वच्छ ईंधन उपलब्धता: रसोई गैस का उपयोग करने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: योजना के तहत महिलाओं को LPG कनेक्शन प्रदान किए जाते हैं।
- आर्थिक सहायता: सब्सिडी के माध्यम से रसोई गैस की कीमतों को कम करना।
प्रमुख विशेषताएँ
- उज्ज्वला योजना: यह योजना मई 2016 में शुरू हुई थी, जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों को बिना जमा राशि के LPG कनेक्शन प्रदान करना है।
- लाभार्थियों की संख्या: मार्च 2024 तक, 10.27 करोड़ लाभार्थी इस योजना से जुड़े हैं.
- सब्सिडी राशि: प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेण्डर पर ₹300 की सब्सिडी दी जाती है, जो सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होती है.
लाभार्थी कौन हैं?
- बीपीएल परिवार: योजना का लाभ उन परिवारों को मिलता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनकी वार्षिक आय ₹10 लाख से कम है.
- महिलाएँ: केवल वयस्क महिलाएँ ही इस योजना के तहत LPG कनेक्शन प्राप्त कर सकती हैं।
सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया
- Aadhaar लिंकिंग: लाभार्थियों को अपने LPG कनेक्शन को Aadhaar से लिंक करना आवश्यक है।
- बैंक खाता जानकारी: सब्सिडी सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होती है, इसलिए सही बैंक विवरण देना जरूरी है।
- ऑनलाइन चेकिंग: लाभार्थी अपनी सब्सिडी स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं.
सरकार की पहल
- लागत में कमी: सरकार ने LPG की कीमतों में वृद्धि के कारण सब्सिडी बढ़ाई है, जिससे गरीब परिवारों पर वित्तीय बोझ कम हो सके.
- आर्थिक सहायता का विस्तार: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ₹12,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है.
निष्कर्ष
रसोई गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत में गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने और महिलाओं के सशक्तिकरण में सहायक सिद्ध हो रही है। यह योजना न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि आर्थिक रूप से भी मददगार साबित हो रही है।
इस प्रकार, यह योजना न केवल एक सामाजिक सुरक्षा उपाय है, बल्कि यह देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।