माघ पूर्णिमा के अवसर पर महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिसके चलते रेलवे ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन संगम में पवित्र स्नान करने के लिए देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे। इस अभूतपूर्व भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने विशेष इंतजाम किए, जिसमें अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन और स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था शामिल थी। इस दौरान कई रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिली।
प्रयागराज में 13 जनवरी से चल रहे भव्य और दिव्य महाकुंभ में अब तक 45 करोड़ से अधिक लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। माघ पूर्णिमा के करीब आते ही यह संख्या और भी बढ़ गई। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, प्रशासन ने 11 फरवरी से मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
माघ पूर्णिमा:
विशेषता | जानकारी |
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पर्व | माघ पूर्णिमा |
तिथि | 12 फरवरी 2025 |
स्थान | प्रयागराज (महाकुंभ) |
महत्व | संगम में पवित्र स्नान |
भीड़ | रिकॉर्ड तोड़ |
स्नान कर चुके श्रद्धालु | 45 करोड़ से अधिक |
माघ पूर्णिमा पर रेलवे की व्यवस्था
- अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन: रेलवे ने विभिन्न शहरों से प्रयागराज के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया, ताकि श्रद्धालुओं को आने-जाने में सुविधा हो।
- स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था: स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जिसमें अतिरिक्त टिकट काउंटर, हेल्प डेस्क और सुरक्षा कर्मी शामिल थे।
- सुरक्षा के इंतजाम: रेलवे ने स्टेशनों और ट्रेनों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
प्रयागराज में यातायात व्यवस्था
- नो व्हीकल जोन: 11 फरवरी की सुबह 4 बजे से मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया।
- पार्किंग व्यवस्था: श्रद्धालुओं के निजी वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर पार्क करने की व्यवस्था की गई।
- यातायात सलाह: यातायात पुलिस ने लोगों को पीक आवर्स के दौरान प्रयागराज की यात्रा करने से बचने और यातायात अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी।
हेल्पलाइन नंबर
- मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर: 1076
- वीमेन पॉवर लाइन: 1090
- पुलिस आपातकालीन सेवा: 112
- अग्निशमन सेवा: 101
- प्रयागराज नगर हेल्पलाइन: 1920
- एम्बुलेंस सेवा: 108
- महिला और बाल हेल्पलाइन: 1098
- मेला पुलिस: 1944
निष्कर्ष
माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिसके चलते रेलवे ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए7. रेलवे और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। रेलवे और महाकुंभ से संबंधित जानकारी में बदलाव संभव है, इसलिए किसी भी निर्णय लेने से पहले आधिकारिक स्रोतों से जानकारी की पुष्टि कर लें।