National Overseas Scholarship Scheme: छूट न जाए ये सुनहरा मौका, विदेश में पढ़ने के लिए 2025 में खुल चुका है रास्ता, पूरी डिटेल्स यहां देखें

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National Overseas Scholarship Scheme

हर युवा का सपना होता है कि वह विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करे और अपने परिवार, समाज और देश का नाम रोशन करे। लेकिन आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी के कारण यह सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में भारत सरकार की नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप (NOS) योजना उन छात्रों के लिए एक सुनहरा मौका है, जो समाज के वंचित वर्गों से आते हैं और विदेश में मास्टर्स या पीएचडी करना चाहते हैं। इस योजना के तहत चयनित छात्रों को विदेश के टॉप 500 विश्वविद्यालयों में पढ़ाई के लिए पूरी आर्थिक सहायता दी जाती है।

यह योजना मुख्य रूप से अनुसूचित जाति (SC), विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजाति (DNT), भूमिहीन कृषि मजदूर और पारंपरिक कारीगर समुदाय के छात्रों के लिए है। सरकार हर साल 125 छात्रों को यह स्कॉलरशिप देती है, जिसमें 30% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इस योजना का उद्देश्य है कि समाज के पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्र भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त कर सकें और अपने जीवन को बेहतर बना सकें।

इस लेख में हम जानेंगे कि नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना 2025 क्या है, कौन-कौन आवेदन कर सकता है, इसके लाभ क्या हैं, आवेदन की प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, और अंतिम तिथि क्या है। अगर आप भी विदेश में पढ़ाई का सपना देख रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी है।

National Overseas Scholarship Scheme 2025

नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा चलाई जाती है। इसका उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों के छात्रों को विदेश में मास्टर्स या पीएचडी कोर्स करने के लिए आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत छात्रों के ट्यूशन फीस, रहने-खाने का खर्च, वीजा फीस, मेडिकल इंश्योरेंस, यात्रा खर्च आदि पूरे खर्च की भरपाई सरकार करती है।

हर साल 125 छात्रों को यह स्कॉलरशिप दी जाती है—115 सीटें अनुसूचित जाति के लिए, 6 सीटें विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए, और 4 सीटें भूमिहीन कृषि मजदूर व पारंपरिक कारीगरों के लिए आरक्षित हैं। इस योजना के तहत केवल मास्टर्स (3 साल तक) और पीएचडी (4 साल तक) कोर्स के लिए ही सहायता मिलती है।

योजना का संक्षिप्त विवरण (Overview Table)

बिंदुविवरण
योजना का नामनेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप (NOS) योजना 2025
शुरूआतभारत सरकार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
लाभार्थीSC, DNT, भूमिहीन कृषि मजदूर, पारंपरिक कारीगर
कुल सीटें125 (115-SC, 6-DNT, 4-भूमिहीन/कारीगर)
आरक्षण30% महिलाओं के लिए
कोर्समास्टर्स (3 साल), पीएचडी (4 साल)
आर्थिक सहायताट्यूशन फीस, रहन-सहन, वीजा, मेडिकल, यात्रा खर्च
आय सीमा8 लाख रुपये वार्षिक से कम
न्यूनतम अंक60% (पिछली डिग्री में)
अधिकतम आयु35 वर्ष (1 अप्रैल 2025 तक)
आवेदन प्रक्रियापूरी तरह ऑनलाइन
अंतिम तिथि31 मार्च 2026 (संभावित)

पात्रता (Eligibility) – कौन कर सकता है आवेदन?

  • जाति/श्रेणी:
    • अनुसूचित जाति (SC) – 115 सीटें
    • विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजाति (DNT) – 6 सीटें
    • भूमिहीन कृषि मजदूर एवं पारंपरिक कारीगर – 4 सीटें
  • शैक्षणिक योग्यता:
    • मास्टर्स के लिए: स्नातक (Bachelor’s) में कम से कम 60% अंक
    • पीएचडी के लिए: मास्टर्स (Postgraduate) में कम से कम 60% अंक
  • आयु सीमा:
    • 1 अप्रैल 2025 को 35 वर्ष से कम
  • वार्षिक पारिवारिक आय:
    • 8 लाख रुपये से कम (माता-पिता, अविवाहित भाई-बहन, और विवाहित महिला के मामले में पति/सास-ससुर की आय शामिल)
  • अन्य शर्तें:
    • आवेदक के पास टॉप 500 QS रैंकिंग वाले विदेशी विश्वविद्यालय से बिना शर्त प्रवेश पत्र (Unconditional Offer Letter) होना चाहिए
    • एक ही परिवार से अधिकतम दो बच्चों को यह स्कॉलरशिप मिल सकती है
    • जिन्होंने पहले किसी भी तरह से विदेश में पढ़ाई की है, वे पात्र नहीं हैं

मुख्य लाभ (Benefits) – योजना के फायदे

इस योजना के तहत चयनित छात्रों को निम्नलिखित आर्थिक सहायता मिलती है:

  • ट्यूशन फीस:
    • पूरी फीस सरकार द्वारा दी जाती है, चाहे जितनी भी हो
  • रहन-सहन भत्ता (Annual Maintenance Allowance):
    • अमेरिका/अन्य देश: 15,400 USD प्रति वर्ष
    • यूके: 9,900 GBP प्रति वर्ष
  • कॉन्टिन्जेंसी भत्ता (Contingency Allowance):
    • अमेरिका/अन्य देश: 1,500 USD प्रति वर्ष
    • यूके: 1,100 GBP प्रति वर्ष
  • वीजा फीस:
    • वास्तविक खर्च के अनुसार
  • मेडिकल इंश्योरेंस:
    • वास्तविक खर्च के अनुसार
  • यात्रा भत्ता (Airfare):
    • भारत से विश्वविद्यालय तक और वापसी के लिए इकोनॉमी क्लास का टिकट
  • इंसिडेंटल जर्नी/इक्विपमेंट भत्ता:
    • 20 USD या उसके समकक्ष
  • कोर्स की अवधि:
    • मास्टर्स: अधिकतम 3 साल
    • पीएचडी: अधिकतम 4 साल

आवेदन प्रक्रिया (How to Apply Online)

  1. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन:
    • आधिकारिक पोर्टल (nosmsje.gov.in) पर जाएं और रजिस्ट्रेशन करें
  2. आवेदन फॉर्म भरना:
    • मांगी गई व्यक्तिगत, शैक्षणिक और आर्थिक जानकारी भरें
  3. दस्तावेज अपलोड करें:
    • जाति प्रमाण पत्र
    • आय प्रमाण पत्र
    • अंकतालिका (मार्कशीट)
    • जन्म प्रमाण पत्र
    • पासपोर्ट साइज फोटो
    • एडमिशन ऑफर लेटर (टॉप 500 QS यूनिवर्सिटी से)
    • अन्य जरूरी दस्तावेज
  4. आवेदन सबमिट करें:
    • सभी जानकारी जांचकर फाइनल सबमिट करें
  5. चयन प्रक्रिया:
    • दस्तावेजों की जांच
    • मेरिट के आधार पर चयन
    • चयनित उम्मीदवारों को ईमेल/पोर्टल पर सूचना

जरूरी दस्तावेज (Required Documents)

  • जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate)
  • आय प्रमाण पत्र (Income Certificate)
  • जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
  • शैक्षणिक प्रमाण पत्र (Educational Certificates)
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • एडमिशन ऑफर लेटर (Unconditional Offer Letter)
  • पासपोर्ट की कॉपी
  • बैंक पासबुक/खाता विवरण

चयन प्रक्रिया (Selection Process)

  • आवेदन की पात्रता की जांच
  • टॉप 500 QS रैंकिंग विश्वविद्यालय में एडमिशन की पुष्टि
  • दस्तावेज़ सत्यापन
  • मेरिट के आधार पर चयन
  • अंतिम सूची जारी

महत्वपूर्ण तिथियां (Important Dates)

  • आवेदन शुरू होने की तिथि: 1 अप्रैल 2025
  • आवेदन की अंतिम तिथि: 31 मार्च 2026 (संभावित, हर साल बदल सकती है)
  • चयन सूची जारी होने की तिथि: आवेदन प्रक्रिया के बाद

योजना के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

  • एक परिवार से अधिकतम दो बच्चों को ही स्कॉलरशिप मिल सकती है।
  • महिलाओं के लिए 30% सीटें आरक्षित हैं।
  • यदि किसी श्रेणी में सीटें खाली रह जाती हैं, तो वे मेरिट के आधार पर अन्य योग्य उम्मीदवारों को दी जाती हैं।
  • जिन छात्रों ने पहले विदेश में पढ़ाई की है (किसी भी स्कॉलरशिप या खुद के खर्च पर), वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
  • Bachelor’s या भारतीय संस्कृति/हेरिटेज से जुड़े कोर्स के लिए यह स्कॉलरशिप नहीं मिलती।

योजना क्यों खास है? (Why is this Scheme Special?)

  • आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा का मौका मिलता है।
  • पूरी फीस और रहने-खाने का खर्च सरकार देती है।
  • चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और मेरिट आधारित है।
  • महिलाओं को विशेष प्राथमिकता दी जाती है।

योजना से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs)

Q1: क्या मैं बैचलर्स के लिए स्कॉलरशिप ले सकता/सकती हूं?
नहीं, यह योजना केवल मास्टर्स और पीएचडी कोर्स के लिए है।

Q2: क्या मुझे एडमिशन ऑफर लेटर पहले लाना जरूरी है?
हां, टॉप 500 QS रैंकिंग वाले विश्वविद्यालय से बिना शर्त एडमिशन ऑफर लेटर जरूरी है।

Q3: क्या परिवार की आय सीमा जरूरी है?
हां, परिवार की कुल वार्षिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।

Q4: अगर मैं पहले विदेश पढ़ चुका हूं तो क्या आवेदन कर सकता हूं?
नहीं, पहले विदेश में पढ़ चुके उम्मीदवार पात्र नहीं हैं।

Q5: चयन प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुछ महीनों में चयन सूची जारी हो जाती है।

योजना का वास्तविकता (Reality Check)

नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना पूरी तरह से वास्तविक (Real) और भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह योजना हर साल सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा संचालित की जाती है और इसकी पूरी जानकारी सरकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है। आवेदन प्रक्रिया, चयन, और फंड ट्रांसफर सब कुछ पारदर्शी तरीके से होता है। किसी भी तरह के फर्जीवाड़े या दलाल से बचें—आवेदन केवल सरकारी पोर्टल पर ही करें।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना 2025 भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक असली और मान्यता प्राप्त योजना है। आवेदन की प्रक्रिया, पात्रता, और लाभ पूरी तरह सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार हैं। आवेदन करने से पहले आधिकारिक वेबसाइट और नवीनतम गाइडलाइन जरूर पढ़ें। किसी भी निजी एजेंट या वेबसाइट से सावधान रहें। योजना से संबंधित कोई भी बदलाव या अपडेट सीधे सरकारी पोर्टल पर देख सकते हैं।

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