शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव समय-समय पर होते रहते हैं, जिससे न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ती है, बल्कि विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए नए अवसर भी खुलते हैं। हाल ही में भारत सरकार और शिक्षा विभाग ने शिक्षक बनने के लिए जरूरी बीएड (B.Ed) और डीएलएड (D.El.Ed) कोर्स को बंद करने का बड़ा फैसला लिया है। यह खबर उन सभी युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जो सरकारी या निजी स्कूलों में शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं। अब इन कोर्स की जगह एक नया कोर्स लाया जा रहा है, जिसका नाम है – इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP)।
इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि बीएड और डीएलएड कोर्स क्यों बंद किए जा रहे हैं, नए कोर्स ITEP की क्या खासियतें हैं, इसका सिलेबस, पात्रता, लाभ, और इससे जुड़े सभी जरूरी सवालों के जवाब। साथ ही, हम आपको बताएंगे कि इस बदलाव का असर वर्तमान और भविष्य के शिक्षक अभ्यर्थियों पर क्या पड़ेगा।
New Teacher Course 2025
भारत में शिक्षक बनने के लिए अब तक दो मुख्य कोर्स सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे – बीएड (B.Ed) और डीएलएड (D.El.Ed)। बीएड कोर्स ग्रेजुएशन के बाद किया जाता था, जबकि डीएलएड कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता था। इन दोनों कोर्स के आधार पर ही सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक भर्ती होती थी। लेकिन नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अब इन दोनों कोर्स को बंद करने का फैसला लिया गया है।
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने 2025 में नए रेगुलेशन का मसौदा जारी किया, जिसमें साफ कहा गया कि 2026-27 से बीएलएड (B.El.Ed) और डीएलएड (D.El.Ed) कोर्स में नए एडमिशन नहीं होंगे। यानी, जो छात्र अभी इन कोर्स में पढ़ रहे हैं, वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं, लेकिन नए छात्रों के लिए ये कोर्स बंद हो जाएंगे। अब इनकी जगह ITEP (Integrated Teacher Education Programme) को लागू किया जाएगा।
New Teacher Course Overview Table
बिंदु | विवरण |
---|---|
कोर्स का नाम | इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) |
लागू होने की तिथि | 2025-26 सत्र से |
पुराने कोर्स | बीएड (B.Ed), डीएलएड (D.El.Ed), बीएलएड (B.El.Ed) |
नए कोर्स की अवधि | 4 वर्ष (चार साल) |
पात्रता | 12वीं पास (किसी भी स्ट्रीम से) |
संचालित संस्थान | सभी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय और कॉलेज |
मुख्य उद्देश्य | शिक्षक शिक्षा को एकीकृत और व्यावहारिक बनाना |
प्रमुख विषय | योग शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, कला शिक्षा |
भर्ती प्रक्रिया | लिखित परीक्षा, डेमो क्लास, इंटरव्यू, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन |
लाभार्थी | शिक्षक बनने के इच्छुक विद्यार्थी |
बीएड (B.Ed) और डीएलएड (D.El.Ed) कोर्स क्या थे?
बीएड (B.Ed) एक स्नातक के बाद किया जाने वाला दो वर्षीय कोर्स था, जिसे पूरा करने के बाद विद्यार्थी सरकारी या निजी स्कूलों में शिक्षक बन सकते थे। इसी तरह, डीएलएड (D.El.Ed) एक दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स था, जो खासकर प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों के लिए जरूरी था। इन दोनों कोर्स के जरिए लाखों युवाओं ने शिक्षक बनने का सपना पूरा किया है।
लेकिन अब शिक्षा विभाग ने इन कोर्स को बंद करने का फैसला लिया है, ताकि शिक्षक शिक्षा को और अधिक व्यावहारिक, समग्र और आधुनिक बनाया जा सके। इसके लिए ITEP को लाया गया है, जो 12वीं के बाद सीधे चार साल का कोर्स होगा।
बीएड और डीएलएड कोर्स बंद क्यों किए जा रहे हैं?
- नई शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा को और अधिक व्यावहारिक और समग्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
- पुराने कोर्स में कई बार सिलेबस और ट्रेनिंग में एकरूपता नहीं थी, जिससे शिक्षक बनने वाले विद्यार्थियों को पूरी तैयारी नहीं मिल पाती थी।
- ITEP कोर्स में चार साल की पढ़ाई के दौरान विद्यार्थियों को न केवल विषय की गहराई से जानकारी मिलेगी, बल्कि उन्हें स्कूलों में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
- इससे शिक्षक बनने वाले युवाओं को एक ही कोर्स में सभी जरूरी योग्यताएं मिल जाएंगी।
ITEP (Integrated Teacher Education Programme) क्या है?
ITEP यानी इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम, एक चार वर्षीय कोर्स है, जिसे 12वीं के बाद किया जा सकता है। इसमें विद्यार्थी को ग्रेजुएशन के साथ-साथ टीचर ट्रेनिंग भी दी जाती है। यह कोर्स BA B.Ed, BSc B.Ed, BCom B.Ed के रूप में उपलब्ध होगा। यानी, विद्यार्थी अपनी पसंद के विषय के साथ-साथ टीचर ट्रेनिंग भी एक साथ कर सकते हैं।
ITEP कोर्स की मुख्य बातें
- चार साल की अवधि – 12वीं के बाद सीधे प्रवेश
- एकीकृत डिग्री – ग्रेजुएशन + टीचर ट्रेनिंग एक साथ
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग – स्कूलों में इंटर्नशिप और प्रैक्टिकल अनुभव
- विषयों की विविधता – योग, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत, कला आदि में भी विकल्प
- रोजगार के बेहतर अवसर – सरकारी और निजी स्कूलों में सीधी भर्ती
ITEP कोर्स का सिलेबस और विषय
ITEP कोर्स में विद्यार्थियों को न केवल अपने मुख्य विषय (जैसे – हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान आदि) की पढ़ाई कराई जाएगी, बल्कि उन्हें टीचिंग मेथडोलॉजी, क्लासरूम मैनेजमेंट, एजुकेशनल टेक्नोलॉजी, चाइल्ड साइकोलॉजी, स्कूल इंटर्नशिप, और अन्य जरूरी स्किल्स भी सिखाई जाएंगी।
ITEP कोर्स के प्रमुख विषय
- बाल विकास और शिक्षा मनोविज्ञान
- शिक्षण विधियाँ और तकनीक
- स्कूल प्रबंधन और नेतृत्व
- ICT (सूचना एवं संचार तकनीक) इन एजुकेशन
- मूल्य शिक्षा और नैतिक शिक्षा
- योग शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, कला शिक्षा (स्पेशल कोर्स)
- स्कूल इंटर्नशिप और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
बीएड और डीएलएड कोर्स बंद होने से विद्यार्थियों पर असर
- जो विद्यार्थी अभी बीएड या डीएलएड कर रहे हैं, वे अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं।
- 2026-27 के बाद इन कोर्स में नए एडमिशन नहीं होंगे।
- भविष्य में शिक्षक बनने के लिए केवल ITEP कोर्स मान्य होगा।
- पुराने कोर्स वाले विद्यार्थियों को भी ITEP में ट्रांजिशन का विकल्प मिलेगा।
- सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए अब ITEP डिग्री जरूरी होगी।
ITEP कोर्स के लाभ
- समग्र शिक्षा – एक ही कोर्स में ग्रेजुएशन और टीचर ट्रेनिंग
- समय की बचत – अलग-अलग डिग्री करने की जरूरत नहीं
- रोजगार के बेहतर अवसर – सरकारी और निजी स्कूलों में सीधी भर्ती
- प्रैक्टिकल अनुभव – स्कूलों में इंटर्नशिप और फील्ड वर्क
- आधुनिक सिलेबस – नई शिक्षा नीति के अनुसार अपडेटेड कोर्स
- विषयों की विविधता – अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने की सुविधा
ITEP कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया
- 12वीं पास विद्यार्थी ITEP कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- प्रवेश के लिए संबंधित विश्वविद्यालय या कॉलेज द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जा सकती है।
- मेरिट लिस्ट या एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर चयन होगा।
- चयनित विद्यार्थियों को चार साल के लिए कोर्स में दाखिला मिलेगा।
ITEP कोर्स के बाद करियर के अवसर
- सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती
- निजी स्कूलों में टीचिंग जॉब
- कोचिंग संस्थानों में शिक्षक
- शिक्षा विभाग में प्रशासनिक पद
- उच्च शिक्षा में रिसर्च और टीचिंग
बीएड और डीएलएड कोर्स बंद होने के बाद शिक्षक भर्ती कैसे होगी?
अब से प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए ITEP कोर्स अनिवार्य होगा। उच्च शिक्षकों के लिए भी इसी कोर्स के आधार पर भर्ती की जाएगी। हर विश्वविद्यालय में ITEP कोर्स के लिए सीटें बढ़ाई जाएंगी और शिक्षा विभाग की शर्तों के अनुसार कोर्स संचालित किया जाएगा।
राज्यों में बीएड और डीएलएड कोर्स बंद होने की स्थिति
- कुछ राज्यों में डीएलएड कोर्स पहले ही बंद किया जा चुका है (जैसे – झारखंड)।
- बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में भी जल्द ही यह कोर्स बंद हो जाएगा।
- सभी राज्यों में ITEP कोर्स को लागू करने की प्रक्रिया जारी है।
ITEP कोर्स के लिए जरूरी दस्तावेज
- 12वीं की मार्कशीट और प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- निवास प्रमाण पत्र
- अन्य संबंधित दस्तावेज
ITEP कोर्स के लिए फीस और सीटें
- फीस संरचना हर विश्वविद्यालय और कॉलेज में अलग-अलग हो सकती है।
- सरकारी संस्थानों में फीस कम होगी, जबकि निजी संस्थानों में फीस अधिक हो सकती है।
- हर संस्थान में ITEP कोर्स के लिए लगभग 50 सीटें निर्धारित की जाएंगी, जिसे भविष्य में बढ़ाया जा सकता है।
ITEP कोर्स के लिए जरूरी योग्यताएं
- 12वीं पास (किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से)
- न्यूनतम 50% अंक (आरक्षित वर्ग के लिए छूट)
- आयु सीमा – संस्थान के नियमों के अनुसार
ITEP कोर्स के लिए आवेदन कैसे करें?
- संबंधित विश्वविद्यालय या कॉलेज की वेबसाइट पर जाएं।
- ITEP कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें।
- जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन शुल्क जमा करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें और प्रिंट आउट रखें।
ITEP कोर्स के लिए चयन प्रक्रिया
- प्रवेश परीक्षा (यदि लागू हो)
- मेरिट लिस्ट के आधार पर चयन
- डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन
- काउंसलिंग और सीट अलॉटमेंट
ITEP कोर्स के बाद वेतन और प्रमोशन
- सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने पर 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिलेगा।
- प्रमोशन के लिए अनुभव, प्रदर्शन और विभागीय परीक्षा के आधार पर अवसर मिलेंगे।
- निजी स्कूलों में वेतन संस्थान की नीतियों के अनुसार होगा।
ITEP कोर्स के लिए प्रमुख विश्वविद्यालय और कॉलेज
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
- राज्य स्तरीय शिक्षा महाविद्यालय
- अन्य मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय
ITEP कोर्स से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. क्या बीएड और डीएलएड कोर्स पूरी तरह बंद हो जाएंगे?
हाँ, 2026-27 के बाद इन कोर्स में नए एडमिशन नहीं होंगे। पुराने विद्यार्थी अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं।
Q2. ITEP कोर्स कब से लागू होगा?
2025-26 सत्र से ITEP कोर्स सभी मान्यता प्राप्त संस्थानों में लागू किया जाएगा।
Q3. ITEP कोर्स के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
12वीं पास विद्यार्थी किसी भी स्ट्रीम से आवेदन कर सकते हैं।
Q4. ITEP कोर्स की अवधि कितनी है?
चार साल (4 Years)।
Q5. ITEP कोर्स के बाद कौन-कौन सी नौकरी मिल सकती है?
सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक, कोचिंग संस्थानों में शिक्षक, शिक्षा विभाग में प्रशासनिक पद आदि।
Q6. ITEP कोर्स में कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाएंगे?
मुख्य विषय, टीचिंग मेथडोलॉजी, स्कूल इंटर्नशिप, योग, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत, कला आदि।
निष्कर्ष
शिक्षा के क्षेत्र में यह बदलाव विद्यार्थियों और समाज दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा। अब शिक्षक बनने के लिए एक ही कोर्स में ग्रेजुएशन और टीचर ट्रेनिंग पूरी की जा सकेगी, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी। साथ ही, विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल अनुभव भी मिलेगा, जिससे वे बेहतर शिक्षक बन सकेंगे। अगर आप भी शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो ITEP कोर्स के लिए जरूर आवेदन करें और अपने करियर को नई दिशा दें।
Disclaimer: यह जानकारी विभिन्न समाचार और सरकारी घोषणाओं के आधार पर तैयार की गई है। बीएड और डीएलएड कोर्स बंद करने और ITEP कोर्स लागू करने की प्रक्रिया वास्तविक है और शिक्षा विभाग द्वारा आधिकारिक रूप से घोषित की जा चुकी है। विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित विश्वविद्यालय या शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जाकर नवीनतम अपडेट जरूर देखें। किसी भी अफवाह या गलत जानकारी से बचें और केवल आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें।