PM Awas Yojana Gramin: ऐसे पाएं ₹1.30 लाख की सरकारी सहायता अपने घर के लिए

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PM Awas Yojana Gramin Complete Registration Process

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) – PMAY-G के तहत सरकार ग्रामीण इलाकों में गरीब और बेघर परिवारों को पक्का घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता देती है। इस योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को ₹1.20 लाख (मैदानी क्षेत्र) और ₹1.30 लाख (पर्वतीय/दुर्गम क्षेत्र) तक की राशि दी जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना के बारे में, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, और सर्वे से जुड़ी सारी जानकारी।

भारत के ग्रामीण इलाकों में आज भी लाखों परिवार ऐसे हैं जिनके पास रहने के लिए पक्का घर नहीं है या वे कच्चे, जर्जर मकानों में जीवन बिता रहे हैं। ऐसे परिवारों को सम्मानजनक जीवन देने और ‘सबके लिए आवास’ के लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत सरकार पात्र परिवारों को घर बनाने के लिए सीधी आर्थिक सहायता देती है, जिससे वे खुद का पक्का, सुरक्षित और सुविधाजनक घर बना सकें।

सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि 2024-25 तक हर ग्रामीण परिवार के पास पक्का घर हो, जिसमें साफ पानी, शौचालय, बिजली, गैस आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों। इस दिशा में सरकार लगातार सर्वे करा रही है ताकि कोई भी पात्र परिवार योजना के लाभ से वंचित न रह जाए। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो जानिए कैसे करें आवेदन और क्या है पूरी प्रक्रिया।

PM Awas Yojana Gramin Registration

योजना का नामप्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) – PMAY-G
शुरुआत1 अप्रैल 2016
उद्देश्यग्रामीण गरीबों को पक्का घर उपलब्ध कराना
सहायता राशि₹1.20 लाख (मैदानी क्षेत्र), ₹1.30 लाख (पर्वतीय/दुर्गम क्षेत्र)
अतिरिक्त सहायताशौचालय के लिए ₹12,000 (स्वच्छ भारत मिशन के तहत)
न्यूनतम घर साइज25 वर्ग मीटर (स्वच्छ रसोई सहित)
पात्रताकच्चे या जर्जर मकान में रहने वाले, बेघर, BPL, SC/ST, विधवा आदि
चयन प्रक्रियाSECC 2011 डेटा और ग्राम सभा द्वारा सत्यापन
आवेदन प्रक्रियाऑफलाइन (ग्राम पंचायत/CSC/ब्लॉक ऑफिस)
राशि का भुगतानसीधे लाभार्थी के आधार-लिंक्ड बैंक खाते में
निगरानीडिजिटल प्लेटफॉर्म (AwaasSoft, AwaasApp)

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) क्या है?

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) यानी PMAY-G एक केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजना है, जिसे ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा लागू किया जाता है। इसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के गरीब, बेघर और कच्चे मकानों में रहने वाले परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे अपनी जरूरत के मुताबिक घर बना सकें।

योजना की मुख्य विशेषताएं

  • पक्का घर: लाभार्थियों को पक्का, मजबूत और न्यूनतम 25 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाला घर उपलब्ध कराया जाता है।
  • सीधी आर्थिक सहायता: सरकार द्वारा तय राशि सीधे लाभार्थी के आधार लिंक्ड बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
  • स्वच्छता और सुविधाएं: घर के साथ शौचालय, स्वच्छ रसोई, बिजली, पानी, गैस कनेक्शन जैसी बुनियादी सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाती हैं।
  • सर्वे और चयन: लाभार्थियों का चयन SECC 2011 के डेटा और ग्राम सभा की सिफारिश के आधार पर होता है।
  • इंटीग्रेशन: योजना का तालमेल अन्य सरकारी योजनाओं (जैसे MGNREGA, SBM-G, उज्ज्वला योजना) से भी किया जाता है।
  • डिजिटल निगरानी: निर्माण की प्रगति और भुगतान की स्थिति डिजिटल प्लेटफॉर्म (AwaasSoft, AwaasApp) से ट्रैक की जाती है।
  • मेसन ट्रेनिंग: स्थानीय राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षित कर निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है।

कौन ले सकता है योजना का लाभ? (पात्रता)

  • परिवार के पास खुद का पक्का घर नहीं होना चाहिए।
  • परिवार गरीबी रेखा (BPL) के नीचे आता हो या SC/ST, अल्पसंख्यक, दिव्यांग, विधवा, वृद्ध, या अन्य वंचित वर्ग से हो।
  • परिवार का नाम SECC 2011 की सूची में होना चाहिए।
  • परिवार ने पहले किसी सरकारी आवास योजना का लाभ न लिया हो।
  • आवेदक के पास आधार कार्ड, बैंक खाता, मनरेगा जॉब कार्ड, और SBM नंबर होना चाहिए।

कौन नहीं ले सकता लाभ? (अपात्रता)

  • जिनके पास पहले से पक्का घर है।
  • जिनके पास चार पहिया वाहन, कृषि यंत्र, या बड़े खेत हैं।
  • जिनके पास सरकारी नौकरी या स्थायी आय का स्रोत है।
  • जिनके पास फ्रिज, दोपहिया/चारपहिया वाहन, या अन्य महंगे सामान हैं (कुछ मामलों में)।
  • जिन परिवारों ने पहले किसी अन्य सरकारी आवास योजना का लाभ लिया हो।

जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड (Self Attested कॉपी)
  • मनरेगा जॉब कार्ड (अगर उपलब्ध हो)
  • बैंक पासबुक और खाता विवरण
  • स्वच्छ भारत मिशन (SBM) नंबर
  • आय प्रमाण पत्र/जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
  • परिवार के मुखिया का नाम SECC लिस्ट में होना चाहिए
  • मकान की फोटो (कच्चा/जर्जर)
  • शपथ पत्र (कि आपके पास पक्का घर नहीं है)

आवेदन प्रक्रिया (How to Apply for PMAY-G)

1. पात्रता जांचें

  • सबसे पहले जांच लें कि आप योजना के लिए पात्र हैं या नहीं।
  • SECC 2011 लिस्ट में अपना नाम देखें या ग्राम पंचायत से जानकारी लें।

2. जरूरी दस्तावेज इकट्ठा करें

  • ऊपर बताए गए सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी तैयार रखें।

3. ग्राम पंचायत/CSC/ब्लॉक ऑफिस जाएं

  • अपने सभी दस्तावेज लेकर ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव या जन सेवा केंद्र पर जाएं।
  • वहां पर पीएम आवास योजना सहायक आपके दस्तावेजों की जांच करेंगे।

4. आवेदन फॉर्म भरें

  • सहायक या अधिकारी आपके लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरेंगे।
  • फॉर्म में व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल, जॉब कार्ड, SBM नंबर आदि भरना होगा।

5. ग्राम सभा में सत्यापन

  • आपका आवेदन ग्राम सभा की बैठक में प्रस्तुत होगा।
  • ग्राम सभा सामुदायिक स्तर पर पात्रता की जांच करेगी।

6. ऑनलाइन अपलोड और रजिस्ट्रेशन नंबर

  • ग्राम पंचायत या ब्लॉक स्तर के ऑपरेटर आपके आवेदन को पोर्टल (AwaasSoft) पर अपलोड करेंगे।
  • आपको एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा, जिससे आप अपनी स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।

7. सत्यापन और स्वीकृति

  • ब्लॉक और जिला स्तर के अधिकारी आपके आवेदन और दस्तावेजों की अंतिम जांच करेंगे।
  • पात्र पाए जाने पर आपको स्वीकृति पत्र (Sanction Order) मिलेगा।
  • स्वीकृति की सूचना SMS के जरिए भी मिलती है।

8. राशि का भुगतान

  • स्वीकृति के बाद तय राशि सीधे आपके आधार-लिंक्ड बैंक खाते में किस्तों में भेजी जाती है।
  • निर्माण की प्रगति के अनुसार अगली किस्त मिलती है।

सर्वे में क्या-क्या देखा जाता है?

  • परिवार के पास पक्का घर है या नहीं
  • परिवार की आर्थिक स्थिति
  • परिवार का नाम SECC 2011 लिस्ट में है या नहीं
  • दस्तावेजों की प्रामाणिकता
  • मकान की फोटो (कच्चा/जर्जर)
  • अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लिया है या नहीं

PMAY-G Self Survey कैसे करें?

  • pmayg.nic.in वेबसाइट पर जाएं।
  • “Awaas Plus Survey” या “Self Survey” विकल्प चुनें।
  • आधार नंबर दर्ज करें, KYC पूरी करें (फेस स्कैन से)।
  • मांगी गई जानकारी भरें, मकान की फोटो अपलोड करें।
  • सबमिट पर क्लिक करें।

लाभार्थी सूची (Beneficiary List) कैसे देखें?

  • pmayg.nic.in वेबसाइट पर जाएं।
  • “Awaassoft” > “Report” > “Beneficiary details for verification” विकल्प चुनें।
  • राज्य, जिला, ब्लॉक, गांव चुनें और सबमिट करें।
  • लिस्ट में अपना नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर, और स्थिति देखें।

योजना के लाभ

  • पक्का, सुरक्षित और सुविधाजनक घर
  • शौचालय, स्वच्छ रसोई, बिजली, पानी, गैस जैसी सुविधाएं
  • आर्थिक आत्मनिर्भरता और सम्मानजनक जीवन
  • निर्माण में स्थानीय सामग्री और डिजाइनों का उपयोग
  • रोजगार के अवसर (मेसन ट्रेनिंग, निर्माण कार्य)
  • सरकारी योजनाओं का समन्वय (MGNREGA, SBM-G, उज्ज्वला योजना आदि)

योजना से जुड़े सवाल-जवाब

Q1. क्या ऑनलाइन आवेदन घर बैठे कर सकते हैं?
नहीं, PMAY-G के लिए आवेदन मुख्य रूप से ग्राम पंचायत, CSC या ब्लॉक ऑफिस के माध्यम से ही होता है।

Q2. क्या आवेदन के बाद तुरंत पैसा मिल जाता है?
नहीं, आवेदन के बाद पात्रता की जांच, ग्राम सभा की सिफारिश और अधिकारियों की सत्यापन प्रक्रिया होती है। स्वीकृति के बाद ही राशि मिलती है।

Q3. अगर नाम लिस्ट में नहीं है तो क्या करें?
अगर आपका नाम SECC 2011 लिस्ट में नहीं है तो आप Awaas Plus Survey के तहत खुद को शामिल कर सकते हैं या ग्राम पंचायत में संपर्क करें।

Q4. किस्तों में पैसा कैसे मिलता है?
पैसा आमतौर पर 2-3 किस्तों में मिलता है – पहली किस्त स्वीकृति के बाद, दूसरी किस्त निर्माण की प्रगति के आधार पर, और अंतिम किस्त घर पूरा होने के बाद।

Q5. किन्हें प्राथमिकता मिलती है?
SC/ST, BPL, दिव्यांग, विधवा, वृद्ध, अल्पसंख्यक, और अन्य वंचित वर्गों को प्राथमिकता दी जाती है।

योजना में पारदर्शिता और निगरानी

  • डिजिटल ट्रैकिंग: लाभार्थी अपनी आवेदन स्थिति, किस्तों का विवरण, और निर्माण प्रगति ऑनलाइन देख सकते हैं।
  • जियो-रेफरेंस फोटो: निर्माण की हर स्टेज की फोटो पोर्टल पर अपलोड होती है।
  • सीधी बैंक ट्रांसफर: राशि सीधे लाभार्थी के आधार लिंक्ड बैंक खाते में जाती है।
  • ग्रामीण मिस्त्री प्रशिक्षण: निर्माण की गुणवत्ता के लिए स्थानीय मिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया जाता है।

योजना का भविष्य और विस्तार

सरकार ने 2024-25 से 2028-29 तक योजना को बढ़ा दिया है और 2 करोड़ नए घर बनाने का लक्ष्य रखा है। 2025-26 में 18 राज्यों के लिए 84 लाख से ज्यादा घरों का लक्ष्य है। सरकार का प्रयास है कि कोई भी पात्र परिवार योजना के लाभ से वंचित न रहे।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) गरीब और बेघर परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है। सरकार की ओर से ₹1.20 लाख से ₹1.30 लाख तक की आर्थिक सहायता, घर के साथ बुनियादी सुविधाएं, और पारदर्शी चयन प्रक्रिया इस योजना को बेहद लाभकारी बनाती है। अगर आप पात्र हैं तो समय रहते सर्वे करवा लें और जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन करें। योजना का उद्देश्य सिर्फ घर देना नहीं, बल्कि हर परिवार को सम्मानजनक, सुरक्षित और बेहतर जीवन देना है।

Disclaimer: यह जानकारी सरकारी पोर्टल्स और नवीनतम अपडेट्स पर आधारित है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) पूरी तरह से वास्तविक और सरकार द्वारा संचालित योजना है, जिसमें पात्रता, दस्तावेज और चयन प्रक्रिया का पालन जरूरी है। योजना के तहत ₹1.20 लाख (मैदानी) और ₹1.30 लाख (पर्वतीय/दुर्गम) की सहायता दी जाती है, लेकिन अंतिम स्वीकृति और राशि का भुगतान पात्रता, सर्वे और सत्यापन के बाद ही होता है। किसी भी आवेदन या जानकारी के लिए केवल सरकारी पोर्टल या ग्राम पंचायत से ही संपर्क करें। किसी भी धोखाधड़ी या फर्जी वादों से बचें।

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