PM Awas Yojana Gramin Survey: सर्वे से सपना साकार: हर ग्रामीण परिवार का अपना घर!

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PM Awas Yojana Gramin Survey Start

पीएम आवास योजना ग्रामीण (Pradhan Mantri Awas Yojana Gramin, PMAY-G) भारत सरकार की एक बड़ी और महत्वपूर्ण योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और बेघर परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत उन परिवारों को आर्थिक मदद दी जाती है जिनके पास अपना खुद का पक्का मकान नहीं है या जो कच्चे या जर्जर मकान में रहते हैं। यह योजना ग्रामीण भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

अभी हाल ही में, पीएम आवास योजना ग्रामीण के नए सर्वे की शुरुआत हुई है। इस सर्वे का मकसद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो भी परिवार अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं, उनकी पहचान की जाए और उन्हें पक्का मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। इस बार सर्वे की प्रक्रिया को और भी आसान और पारदर्शी बनाया गया है, जिसमें मोबाइल ऐप और ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा भी शामिल है।

इस योजना के तहत लाभार्थियों का चयन सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) 2011 के आधार पर होता है। साथ ही, ग्राम सभा की बैठक में भी लाभार्थियों की पहचान और सत्यापन किया जाता है। इस बार सर्वे की अंतिम तिथि को कई बार बढ़ाया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें।

PM Awas Yojana Gramin Survey

योजना का नामप्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G)
सर्वे शुरू होने की तिथि10 जनवरी 2025
सर्वे का माध्यमऑनलाइन (आवास प्लस ऐप), ऑफलाइन (पंचायत स्तर पर अधिकारी)
लाभार्थियों को मिलने वाली राशिमैदानी क्षेत्र: 1,20,000 रुपये, पहाड़ी/दुर्गम क्षेत्र: 1,30,000 रुपये
योजना का उद्देश्यग्रामीण क्षेत्रों में बेघर/कच्चे मकान वाले परिवारों को पक्का मकान देना
पात्रतागरीबी रेखा से नीचे, कच्चा/बेघर, SECC 2011 में नाम, 18+ उम्र
जरूरी दस्तावेजआधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, आय प्रमाण पत्र
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन/ऑफलाइन, ग्राम पंचायत/ब्लॉक कार्यालय

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: मुख्य अवधारणा

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे का मतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले उन परिवारों की पहचान करना जिन्हें पक्का मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत है। इस सर्वे के जरिए सरकार यह सुनिश्चित करती है कि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे और कोई भी पात्र परिवार छूट न जाए।

इस बार सर्वे की शुरुआत 10 जनवरी 2025 से हुई थी और पहले इसकी अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित की गई थी। लेकिन बाद में, देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले कई परिवारों को सर्वे न करवा पाने की वजह से इस तिथि को बढ़ा दिया गया। इसका मतलब यह है कि जो भी परिवार अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं, उन्हें इस तारीख तक अपना सर्वे जरूर करवा लेना चाहिए।

इस सर्वे में परिवारों की जानकारी, उनके घर की स्थिति, आय, और अन्य जरूरी दस्तावेजों को इकट्ठा किया जाता है। सर्वे के बाद, जिला स्तर पर सभी आवेदनों की जांच और सत्यापन किया जाता है। इसके बाद ही लाभार्थियों की लिस्ट बनाई जाती है और उन्हें आर्थिक सहायता दी जाती है।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे की प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी और आसान बनाने के लिए सरकार ने आवास प्लस ऐप (Awas Plus App) लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए कोई भी ग्रामीण परिवार अपनी जानकारी खुद भी भर सकता है या पंचायत स्तर पर मौजूद अधिकारियों की मदद से भी सर्वे करवा सकता है।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: योजना का लक्ष्य और महत्व

पीएम आवास योजना ग्रामीण का मुख्य लक्ष्य है कि ग्रामीण भारत में रहने वाले हर गरीब परिवार को पक्का मकान मिले। इस योजना के तहत सरकार ने 2024 तक सभी गरीब और बेघर परिवारों को पक्का मकान देने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इसे आगे बढ़ाकर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के जीवन स्तर में सुधार आता है और उन्हें सुरक्षित और आरामदायक घर मिलता है।

इस योजना का महत्व इसलिए भी बहुत ज्यादा है क्योंकि इसमें सिर्फ घर बनाने के लिए पैसा ही नहीं दिया जाता, बल्कि शौचालय, बिजली, और पानी की सुविधा भी दी जाती है। इसके साथ ही, लाभार्थियों को मनरेगा के तहत 90 दिन का रोजगार भी मिलता है, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिलती है।

इस बार के सर्वे में खास तौर पर उन परिवारों पर ध्यान दिया जा रहा है जो अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं। इसमें एससी/एसटी, विधवाएं, दिव्यांग और बेघर लोगों को प्राथमिकता दी जाती है। सरकार की कोशिश है कि कोई भी पात्र परिवार इस योजना से वंचित न रह जाए।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: पात्रता और जरूरी दस्तावेज

  • पात्रता:
    • आवेदक भारत का नागरिक हो और ग्रामीण क्षेत्र में रहता हो।
    • परिवार गरीबी रेखा से नीचे (BPL) श्रेणी में आता हो।
    • आवेदक के पास पक्का मकान नहीं होना चाहिए।
    • आवेदक या परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
    • आवेदक की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
    • आवेदक का नाम SECC 2011 की जनगणना में होना चाहिए।
    • परिवार के पास कोई दो पहिया, तीन पहिया, चार पहिया वाहन या ट्रैक्टर नहीं होना चाहिए।
  • जरूरी दस्तावेज:
    • आधार कार्ड
    • राशन कार्ड
    • बैंक खाता विवरण
    • आय प्रमाण पत्र
    • निवास प्रमाण पत्र
    • मोबाइल नंबर
    • मनरेगा जॉब कार्ड (अगर मौजूद है)
    • स्वच्छ भारत मिशन योजना की संख्या (अगर मौजूद है)

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: आवेदन प्रक्रिया

  • ऑनलाइन आवेदन:
    • आवास प्लस ऐप (Awas Plus App) डाउनलोड करें।
    • ऐप में अपना आधार कार्ड नंबर और अन्य जरूरी जानकारी भरें।
    • अपने घर और जमीन की फोटो अपलोड करें।
    • फॉर्म जमा करें और रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करें।
  • ऑफलाइन आवेदन:
    • अपने ग्राम पंचायत कार्यालय या ब्लॉक कार्यालय जाएं।
    • वहां से आवेदन फॉर्म लें और उसे सही तरीके से भरें।
    • जरूरी दस्तावेजों की कॉपी साथ ले जाएं।
    • फॉर्म जमा करें और रसीद प्राप्त करें।
  • सत्यापन और लिस्ट:
    • आवेदन जमा करने के बाद, जिला स्तर पर सत्यापन किया जाता है।
    • अगर सभी जानकारी सही है तो आवेदक का नाम लाभार्थी सूची में शामिल हो जाता है।
    • लाभार्थी सूची ग्राम पंचायत और आधिकारिक वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: लाभ और विशेषताएं

  • वित्तीय सहायता: ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवारों को पक्का घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपये (मैदानी क्षेत्र) और 1.30 लाख रुपये (पहाड़ी/दुर्गम क्षेत्र) की आर्थिक सहायता दी जाती है।
  • शौचालय निर्माण: पक्का घर बनाने के साथ-साथ शौचालय बनाने के लिए अलग से 12,000 रुपये की आर्थिक मदद भी मिलती है।
  • बिजली और पानी की सुविधा: लाभार्थियों को घर में बिजली और पानी की सुविधा भी सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जाती है।
  • मनरेगा रोजगार: लाभार्थियों को मनरेगा के तहत 90 दिन का रोजगार भी मिलता है, जिससे उन्हें और अधिक आर्थिक सहायता मिलती है।
  • ऑनलाइन ट्रैकिंग: योजना की प्रगति और आवेदन की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है।
  • पारदर्शिता: सभी लाभार्थियों की लिस्ट और आवेदन की स्थिति आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होती है।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: लाभार्थी सूची कैसे देखें

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: pmayg.nic.in पर विजिट करें।
  • Awaassoft विकल्प पर क्लिक करें: होमपेज पर मेनू बार में Awaassoft विकल्प पर क्लिक करें।
  • Report विकल्प चुनें: ड्रॉपडाउन मेनू में Report विकल्प का चयन करें।
  • Social Audit Reports में जाएं: आपको rhreporting.nic.in पोर्टल पर भेज दिया जाएगा। यहां Social Audit Reports सेक्शन में Beneficiary details for verification विकल्प पर क्लिक करें।
  • विवरण भरें: अपने राज्य, जिले, ब्लॉक और गांव का नाम चुनें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  • लाभार्थी सूची देखें: आपके गांव की लाभार्थी सूची स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: सरकारी ऐप और डिजिटल पहल

इस बार सर्वे की प्रक्रिया को और भी आसान और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने आवास प्लस ऐप (Awas Plus App) लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए कोई भी ग्रामीण परिवार अपनी जानकारी खुद भी भर सकता है या पंचायत स्तर पर मौजूद अधिकारियों की मदद से भी सर्वे करवा सकता है। इस ऐप में आधार कार्ड और फेस ऑथेंटिकेशन की सुविधा भी है, जिससे डाटा की सत्यता सुनिश्चित होती है।

इसके अलावा, सरकार ने AwaasSoft और AwaasApp जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म भी बनाए हैं, जहां पर योजना की प्रगति, लाभार्थी सूची, और आवेदन की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है। यह सब सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी हैं।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: सर्वे के बाद की प्रक्रिया

सर्वे पूरा होने के बाद, सभी आवेदनों की जिला स्तर पर जांच और सत्यापन किया जाता है। अगर किसी आवेदन में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उसका नाम लाभार्थी सूची में शामिल नहीं किया जाता। सत्यापन के बाद, ग्राम सभा की बैठक होती है जिसमें लाभार्थियों की अंतिम लिस्ट बनाई जाती है।

इसके बाद, लाभार्थियों को आर्थिक सहायता की राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। यह राशि तीन चरणों में मिलती है, जिससे लाभार्थी को समय-समय पर धनराशि मिलती रहती है। इसके साथ ही, लाभार्थियों को मनरेगा के तहत 90 दिन का रोजगार भी मिलता है।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: प्राथमिकता वाले समूह

  • एससी/एसटी परिवार: अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के परिवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
  • विधवाएं: विधवा महिलाओं को भी इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है।
  • दिव्यांग व्यक्ति: शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को भी प्राथमिकता दी जाती है।
  • अल्पसंख्यक समुदाय: अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है।
  • बेघर परिवार: जिन परिवारों के पास अपना कोई घर नहीं है, उन्हें भी प्राथमिकता दी जाती है।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: योजना का विस्तार और लक्ष्य

पीएम आवास योजना ग्रामीण को अब 2028-29 तक बढ़ा दिया गया है। सरकार ने इस योजना के तहत अगले कुछ सालों में 2 करोड़ और घर बनाने का लक्ष्य रखा है। इस साल (2024-25) में 18 राज्यों के लिए 84,37,139 घरों का लक्ष्य रखा गया है। यह योजना ग्रामीण भारत में रहने वाले गरीब और बेघर परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि 2027 तक कोई भी गरीब बेघर न रहे और सभी को एक स्थायी छत उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए सरकार ने डिजिटल प्लेटफॉर्म, मोबाइल ऐप, और ऑनलाइन सर्वे जैसी कई नई पहलें शुरू की हैं।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: आम सवाल और जवाब

यहां पर कुछ आम सवाल और उनके जवाब दिए गए हैं:

1. पीएम आवास योजना ग्रामीण का लाभ कौन ले सकता है?

  • ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बेघर या कच्चे मकान में रहने वाले परिवार, जिनका नाम SECC 2011 में है और जो गरीबी रेखा से नीचे हैं।

2. सर्वे की अंतिम तिथि क्या है?

  • इस बार सर्वे की अंतिम तिथि 15 मई 2025 है।

3. आवेदन कैसे करें?

  • आवास प्लस ऐप या ग्राम पंचायत कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं।

4. लाभार्थी सूची कैसे देखें?

  • आधिकारिक वेबसाइट pmayg.nic.in पर जाकर अपने गांव की लाभार्थी सूची देख सकते हैं।

5. क्या सरकारी नौकरी करने वाले भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं?

  • नहीं, सरकारी नौकरी करने वाले इस योजना का लाभ नहीं ले सकते।

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे: निष्कर्ष और सलाह

पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे एक बहुत ही महत्वपूर्ण और उपयोगी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत में रहने वाले गरीब और बेघर परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को आर्थिक सहायता, शौचालय, बिजली, पानी और रोजगार जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं।

इस बार सर्वे की प्रक्रिया को और भी आसान और पारदर्शी बनाया गया है। अगर आप अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं, तो जल्द से जल्द अपना सर्वे करवा लें और अपने नाम को लाभार्थी सूची में शामिल करवाएं। इसके लिए आवास प्लस ऐप या अपने ग्राम पंचायत कार्यालय में संपर्क करें।

इस योजना का लाभ लेने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज और जानकारी तैयार रखें और आवेदन की अंतिम तिथि का ध्यान रखें। यह योजना ग्रामीण भारत के विकास और गरीब परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

Disclaimer: पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे एक वास्तविक और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और बेघर परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। सर्वे की अंतिम तिथि 15 मई 2025 है, जिसे कई बार बढ़ाया गया है। यह योजना पूरी तरह से पारदर्शी और डिजिटल तरीके से चलाई जा रही है। लाभार्थियों का चयन SECC 2011 और ग्राम सभा की मंजूरी से होता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज और पात्रता शर्तों का ध्यान रखना जरूरी है। यह योजना ग्रामीण भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

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