रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित इनकम: Post Office Senior Citizen Scheme की पूरी जानकारी

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Post Office Best Senior Citizen Scheme

भारत में रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित और रेगुलर इनकम का साधन ढूंढना हमेशा से एक बड़ी जरूरत रही है। पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) 2025 इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। यह स्कीम सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे इसमें निवेश करना पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है।

सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम खास तौर पर उन लोगों के लिए है, जो 60 साल या उससे अधिक उम्र के हैं और उन्हें अपने रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम चाहिए। इस स्कीम में निवेश करने पर न सिर्फ आकर्षक ब्याज मिलता है, बल्कि टैक्स में भी कुछ हद तक राहत मिलती है।

2025 में, पोस्ट ऑफिस SCSS स्कीम का इंटरेस्ट रेट, टैक्स नियम, निवेश लिमिट, अकाउंट ओपनिंग प्रोसेस और अन्य जरूरी बातें जानना हर सीनियर सिटीजन के लिए जरूरी है। इस आर्टिकल में हम इन्हीं सभी पहलुओं को आसान हिंदी में विस्तार से समझाएंगे, ताकि आप सही फैसला ले सकें।

Post Office Senior Citizen Scheme

स्कीम का नामपोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)
इंटरेस्ट रेट (2025)8.2% प्रति वर्ष (क्वार्टरली पेमेंट)
न्यूनतम निवेश₹1,000
अधिकतम निवेश₹30,00,000 (तीस लाख रुपए)
निवेश अवधि5 साल (3 साल तक एक्सटेंशन संभव)
टैक्स बेनिफिटसेक्शन 80C के तहत (ओल्ड टैक्स रिजीम में)
ब्याज का भुगतानहर 3 महीने (क्वार्टरली)
अकाउंट टाइपसिंगल या जॉइंट (केवल पति-पत्नी)
प्रीमैच्योर विदड्रॉल1 साल बाद संभव, पेनल्टी के साथ
नॉमिनेशन सुविधाउपलब्ध
सुरक्षाभारत सरकार द्वारा गारंटीड

पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) क्या है?

पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक सुरक्षित निवेश योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद रेगुलर और सुरक्षित इनकम देना है। यह स्कीम पोस्ट ऑफिस और कुछ चुनिंदा बैंकों के माध्यम से उपलब्ध है।

इस स्कीम में निवेश करने पर आपको हर तीन महीने (क्वार्टरली) ब्याज मिलता है, जिससे आपकी नियमित आय बनी रहती है। SCSS में निवेश की अवधि 5 साल है, जिसे आगे 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।

इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें मिलने वाला ब्याज अन्य सेविंग्स स्कीम्स के मुकाबले ज्यादा होता है। 2025 में SCSS का इंटरेस्ट रेट 8.2% प्रति वर्ष है, जो कि फिक्स्ड डिपॉजिट और अन्य सेविंग्स स्कीम्स से ज्यादा आकर्षक है।

SCSS 2025 की मुख्य बातें

1. ब्याज दर (Interest Rate):

  • 2025 के लिए SCSS का इंटरेस्ट रेट 8.2% प्रति वर्ष है।
  • ब्याज हर तीन महीने (क्वार्टरली) आपके अकाउंट में ट्रांसफर होता है।
  • यह रेट हर तिमाही सरकार द्वारा रिव्यू किया जाता है, लेकिन 2025 की पहली तिमाही में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

2. निवेश सीमा (Investment Limit):

  • न्यूनतम निवेश ₹1,000 है।
  • अधिकतम निवेश सीमा ₹30 लाख है। आप एक या एक से अधिक अकाउंट खोल सकते हैं, लेकिन कुल मिलाकर 30 लाख से ज्यादा निवेश नहीं कर सकते।

3. निवेश अवधि (Tenure):

  • SCSS की मूल अवधि 5 साल है।
  • मैच्योरिटी के बाद आप इसे 3 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं, लेकिन एक्सटेंशन के लिए आवेदन मैच्योरिटी के 1 साल के अंदर करना जरूरी है।

4. टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit):

  • ओल्ड टैक्स रिजीम में सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक का टैक्स डिडक्शन मिलता है।
  • न्यू टैक्स रिजीम में कोई टैक्स बेनिफिट नहीं है।
  • ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल है, यानी जितना ब्याज मिलेगा, वह आपकी इनकम में जुड़कर टैक्स के दायरे में आएगा।
  • 2025 के बजट के अनुसार, अब 12 लाख रुपए तक की इनकम टैक्स-फ्री है (न्यू टैक्स रिजीम में)।
  • TDS (Tax Deducted at Source): 1 अप्रैल 2025 से, अगर सालाना ब्याज 1 लाख से ज्यादा है तो TDS कटेगा। पहले यह लिमिट 50,000 रुपए थी।

5. अकाउंट ओपनिंग (Account Opening):

  • आप पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में जाकर SCSS अकाउंट खोल सकते हैं।
  • ऑनलाइन अकाउंट खोलने की सुविधा फिलहाल पोस्ट ऑफिस में नहीं है, लेकिन कुछ बैंकों में ऑनलाइन विकल्प उपलब्ध है।

6. प्रीमैच्योर विदड्रॉल (Premature Withdrawal):

  • 1 साल के बाद अकाउंट बंद किया जा सकता है, लेकिन पेनल्टी लगेगी।
  • 1-2 साल के बीच बंद करने पर 1.5% पेनल्टी, 2-5 साल के बीच बंद करने पर 1% पेनल्टी।
  • अगर 1 साल से पहले बंद करते हैं तो कोई ब्याज नहीं मिलेगा, और पहले से मिला ब्याज भी वापस करना होगा।

7. नॉमिनेशन और जॉइंट अकाउंट:

  • आप अकाउंट खोलते समय नॉमिनी बना सकते हैं।
  • जॉइंट अकाउंट सिर्फ पति-पत्नी के साथ ही खोला जा सकता है।

SCSS 2025 – पात्रता (Eligibility)

  • भारत के निवासी सीनियर सिटीजन (60 साल या उससे अधिक उम्र)।
  • रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी (55-60 साल), अगर रिटायरमेंट के 1 महीने के अंदर निवेश किया जाए।
  • रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी (50-60 साल), अगर रिटायरमेंट के 1 महीने के अंदर निवेश किया जाए।
  • NRI (नॉन रेजिडेंट इंडियन) और HUF (हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली) इस स्कीम के लिए पात्र नहीं हैं।

SCSS 2025 – ब्याज दर का इतिहास (Interest Rate History Table)

अवधिब्याज दर (%)
अगस्त 2004 – मार्च 20129.0
अप्रैल 2012 – मार्च 20139.3
अप्रैल 2013 – मार्च 20159.2
अप्रैल 2015 – मार्च 20169.3
अप्रैल 2016 – सितम्बर 20168.6
अक्टूबर 2016 – मार्च 20178.5
अप्रैल 2017 – जून 20178.4
जुलाई 2017 – सितम्बर 20188.3
अक्टूबर 2018 – जून 20198.7
जुलाई 2019 – मार्च 20208.6
अप्रैल 2020 – सितम्बर 20227.4
अक्टूबर 2022 – दिसम्बर 20227.6
जनवरी 2023 – मार्च 20238.0
अप्रैल 2023 – मार्च 20248.2
अप्रैल 2024 – मार्च 20258.2

SCSS 2025 – टैक्स नियम (Tax Rules)

ओल्ड टैक्स रिजीम में:

  • सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक का टैक्स डिडक्शन।
  • ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल है।
  • 50,000 रुपए तक के ब्याज पर टैक्स डिडक्शन सेक्शन 80TTB के तहत मिलता था (अब न्यू टैक्स रिजीम में नहीं)।

न्यू टैक्स रिजीम में:

  • SCSS में निवेश पर कोई टैक्स डिडक्शन नहीं मिलेगा।
  • 2025-26 से 12 लाख रुपए तक की इनकम टैक्स-फ्री है।
  • ब्याज इनकम आपकी कुल इनकम में जुड़ जाएगी और उसी हिसाब से टैक्स लगेगा।

TDS नियम:

  • अगर सालाना ब्याज 1 लाख रुपए से ज्यादा है, तो TDS कटेगा (10% PAN के साथ, 20% बिना PAN)।
  • अगर आपकी कुल इनकम टैक्सेबल लिमिट से कम है, तो फॉर्म 15G/15H भरकर TDS से बच सकते हैं।

SCSS 2025 – निवेश का उदाहरण (Investment Example)

मान लीजिए आप SCSS में 5 साल के लिए ₹10 लाख निवेश करते हैं। ब्याज दर 8.2% है, तो आपको हर साल ₹82,000 ब्याज मिलेगा, जो हर तीन महीने में ₹20,500 के हिसाब से आपके अकाउंट में आएगा।

5 साल बाद आपको कुल ₹4,10,000 ब्याज मिलेगा और मूलधन (₹10 लाख) वापस मिल जाएगा।

अगर आप ₹30 लाख का अधिकतम निवेश करते हैं, तो हर साल ₹2,46,000 ब्याज मिलेगा (क्वार्टरली ₹61,500)।

SCSS 2025 – अकाउंट खोलने की प्रक्रिया (How to Open SCSS Account)

जरूरी दस्तावेज:

  • भरा हुआ आवेदन फॉर्म (पोस्ट ऑफिस/बैंक से मिलेगा)
  • KYC डॉक्युमेंट्स (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर ID, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस)
  • दो पासपोर्ट साइज फोटो
  • उम्र का प्रमाण पत्र
  • रिटायरमेंट का प्रमाण पत्र (अगर 60 साल से कम उम्र में निवेश कर रहे हैं)
  • निवेश की रकम (कैश या चेक)

स्टेप्स:

  • नजदीकी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक जाएं।
  • SCSS फॉर्म लें और भरें।
  • जरूरी डॉक्युमेंट्स और फोटो लगाएं।
  • निवेश राशि जमा करें (कैश/चेक)।
  • नॉमिनी की जानकारी भरें।
  • फॉर्म और डॉक्युमेंट्स जमा करें।
  • अकाउंट खुलने के बाद पासबुक मिल जाएगी।

ऑनलाइन विकल्प:

  • फिलहाल पोस्ट ऑफिस में ऑनलाइन अकाउंट खोलने की सुविधा नहीं है, लेकिन कुछ बैंकों में यह सुविधा उपलब्ध है।

SCSS 2025 – अकाउंट बंद करने और एक्सटेंशन के नियम

  • 5 साल की अवधि पूरी होने पर आप अकाउंट बंद कर सकते हैं और पूरा पैसा निकाल सकते हैं।
  • अगर आप चाहें तो 3 साल के लिए एक्सटेंशन ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए मैच्योरिटी के 1 साल के अंदर आवेदन करना जरूरी है।
  • अगर अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी या जॉइंट होल्डर को पैसा मिल जाता है।
  • एक्सटेंशन के दौरान, ब्याज दर वही लागू होगी जो मैच्योरिटी के समय थी।

SCSS 2025 – अन्य जरूरी बातें

  • एक व्यक्ति एक से ज्यादा SCSS अकाउंट खोल सकता है, लेकिन कुल निवेश 30 लाख से ज्यादा नहीं हो सकता।
  • एक ही महीने में एक ब्रांच में एक से ज्यादा अकाउंट नहीं खोल सकते।
  • नॉमिनी बदलने की सुविधा है।
  • ब्याज अगर समय पर नहीं लिया गया तो उस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा।
  • ब्याज का भुगतान ऑटो-क्रेडिट या ECS के जरिए भी हो सकता है।

SCSS 2025 – फायदे (Benefits)

  • सरकार द्वारा गारंटीड सुरक्षा: आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
  • ऊंचा ब्याज दर: रेगुलर सेविंग्स अकाउंट और FD से ज्यादा ब्याज।
  • रेगुलर इनकम: हर तीन महीने में ब्याज का भुगतान।
  • टैक्स बेनिफिट: ओल्ड टैक्स रिजीम में 1.5 लाख तक डिडक्शन।
  • प्रीमैच्योर विदड्रॉल: जरूरत पड़ने पर समय से पहले पैसा निकाल सकते हैं।
  • आसान प्रोसेस: पोस्ट ऑफिस या बैंक में आसानी से अकाउंट खुलता है।
  • नॉमिनेशन सुविधा: परिवार की सुरक्षा के लिए नॉमिनी बना सकते हैं।

SCSS 2025 – कमियां (Limitations)

  • ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल है।
  • न्यू टैक्स रिजीम में कोई टैक्स बेनिफिट नहीं।
  • 30 लाख से ज्यादा निवेश नहीं कर सकते।
  • प्रीमैच्योर विदड्रॉल पर पेनल्टी लगती है।
  • NRI और HUF के लिए उपलब्ध नहीं।

SCSS 2025 – कौन-सी बातें ध्यान रखें?

  • निवेश करने से पहले अपनी टैक्स स्थिति समझें।
  • अगर आपकी इनकम 12 लाख से कम है (न्यू टैक्स रिजीम), तो ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा।
  • फॉर्म 15G/15H भरना न भूलें, अगर आपकी इनकम टैक्सेबल लिमिट से कम है।
  • मैच्योरिटी के बाद एक्सटेंशन का विकल्प जरूर देखें।

निष्कर्ष

पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम 2025 वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बेहतरीन और सुरक्षित निवेश विकल्प है। इसमें मिलने वाला 8.2% का ब्याज, रेगुलर इनकम, टैक्स बेनिफिट (ओल्ड टैक्स रिजीम में), और सरकार की गारंटी इसे खास बनाती है।

अगर आप रिटायर हो चुके हैं या जल्द होने वाले हैं, तो SCSS आपके लिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी और रेगुलर इनकम का भरोसेमंद साधन है। निवेश से पहले अपनी टैक्स स्थिति और जरूरतों का आकलन जरूर करें।

Disclaimer: पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम 2025 एक सरकारी और पूरी तरह सुरक्षित निवेश विकल्प है, लेकिन इसमें मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल है। ओल्ड टैक्स रिजीम में टैक्स डिडक्शन मिलता है, न्यू टैक्स रिजीम में नहीं। ब्याज दर समय-समय पर बदल सकती है। निवेश करने से पहले ताजा ब्याज दर, टैक्स नियम और अपनी जरूरतों के अनुसार सलाह जरूर लें।

यह आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है, निवेश से पहले संबंधित बैंक/पोस्ट ऑफिस या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

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