भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय-समय पर नोटों को लेकर दिशा-निर्देश जारी करता रहता है ताकि आम जनता को वैध मुद्रा की जानकारी रहे और वे नकली नोटों से बच सकें। हाल ही में, सोशल मीडिया पर 100 रुपये के नोट को लेकर कई तरह की खबरें वायरल हो रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि आरबीआई ने नई गाइडलाइन जारी की है जिसके चलते बाजार और बैंक भी 100 रुपये के नोट को पहचानने में फेल हो रहे हैं। इस तरह की अफवाहों से लोगों में भ्रम पैदा हो सकता है और वे परेशानी में पड़ सकते हैं।
इस लेख में हम 100 रुपये के नोट को लेकर आरबीआई की गाइडलाइन के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और यह भी बताएंगे कि असली और नकली नोट की पहचान कैसे करें। साथ ही, हम उन अफवाहों का भी खंडन करेंगे जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इससे आपको 100 रुपये के नोट को लेकर सही जानकारी मिलेगी और आप किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बच सकेंगे।
100 रुपये के नोट:
विशेषता | विवरण |
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जारीकर्ता | भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) |
वैध मुद्रा | भारत में भुगतान के लिए वैध |
सुरक्षा विशेषताएं | महात्मा गांधी श्रृंखला 2005 और एमजी (नई) श्रृंखला में उपलब्ध |
पहचान | सीरियल नंबर, महात्मा गांधी का चित्र, आरबीआई का वॉटरमार्क |
क्या लिखने से नोट अमान्य हो जाता है? | नहीं |
₹100 के नोट बंद हो जाएंगे? | यह दावा झूठा है |
100 रुपये के नोट पर आरबीआई की गाइडलाइन क्या है?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 रुपये के नोट को लेकर कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की है जिससे यह नोट अमान्य हो जाए। आरबीआई समय-समय पर लोगों को नोटों की सुरक्षा विशेषताओं (security features) के बारे में जानकारी देता रहता है ताकि नकली नोटों के प्रचलन को रोका जा सके। 100 रुपये के नोट में भी कई सुरक्षा विशेषताएं हैं, जिनकी मदद से असली और नकली नोट की पहचान की जा सकती है।
100 रुपये के असली नोट की पहचान कैसे करें?
- महात्मा गांधी का चित्र: नोट पर महात्मा गांधी का चित्र होता है।
- आरबीआई का वॉटरमार्क: नोट में आरबीआई का वॉटरमार्क होता है।
- सुरक्षा धागा: नोट में एक सुरक्षा धागा होता है जिस पर “भारत” और “RBI” लिखा होता है।
- अंक: नोट के दोनों तरफ अंकों का आकार बाएं से दाएं बढ़ते क्रम में होता है।
- पहचान चिन्ह: ₹100 और उससे अधिक मूल्यवर्ग में पहचान चिह्न के आकार में 50 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
इन विशेषताओं के अलावा, नोट में कुछ विशेष स्याही (special ink) का भी उपयोग किया जाता है जो रोशनी में रंग बदलती है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहें
सोशल मीडिया (social media) पर यह अफवाह फैल रही है कि आरबीआई ने 100 रुपये के नोटों को मार्च 2024 के बाद अवैध घोषित कर दिया है। यह दावा पूरी तरह से झूठा है और आरबीआई ने ऐसा कोई भी निर्देश जारी नहीं किया है। लोगों को ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और केवल आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करना चाहिए।
यह भी अफवाह है कि नोट पर कुछ भी लिखने से वह अमान्य हो जाता है। यह सच नहीं है। पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) के अनुसार, नोट पर कुछ भी लिखने से वह अमान्य नहीं होता है। आप बिना किसी चिंता के ऐसे नोटों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोट गंदा या फटा हो तो क्या करें?
यदि आपके पास कोई नोट है जो गंदा या फटा हुआ है, तो आप उसे किसी भी बैंक शाखा (bank branch) में जाकर बदल सकते हैं। आरबीआई ने सभी बैंकों को यह निर्देश दिया है कि वे कटे-फटे और विरूपित नोटों को बदलने की सुविधा प्रदान करें। नोट बदलने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा।
नोट पर वचन खंड का क्या मतलब है?
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी प्रत्येक बैंकनोट पर एक वचन खंड (promissory clause) होता है, जिसमें लिखा होता है “मैं धारक को … रुपये अदा करने का वचन देता हूँ”। यह वचन खंड बैंक की ओर से बैंकनोट धारक के प्रति देयता को दर्शाता है। इसका मतलब है कि आरबीआई उस नोट के मूल्य के बराबर राशि देने के लिए बाध्य है।
निष्कर्ष
100 रुपये के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं, लेकिन इनमें कोई सच्चाई नहीं है। आरबीआई ने 100 रुपये के नोट को लेकर कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की है और यह नोट पहले की तरह ही वैध है। लोगों को ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और केवल आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करना चाहिए। यदि आपके पास कोई गंदा या फटा हुआ नोट है, तो आप उसे किसी भी बैंक शाखा में जाकर बदल सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। आरबीआई की गाइडलाइन और 100 रुपये के नोट से संबंधित जानकारी में बदलाव संभव है; इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट rbi.org.in पर जाकर जानकारी की पुष्टि कर लें। सभी जानकारी केवल सामान्य संदर्भ हेतु दी गई है और वास्तविक विवरण भिन्न हो सकते हैं।