डिजिलॉकर (DigiLocker) एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे भारत सरकार ने नागरिकों को अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखने और साझा करने के लिए विकसित किया है। यह एक वर्चुअल लॉकर की तरह काम करता है, जहाँ आप अपने फिजिकल डॉक्यूमेंट्स जैसे कि पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि को सुरक्षित रख सकते हैं। डिजिलॉकर का उपयोग करना आसान है और यह आपको कहीं भी और कभी भी अपने दस्तावेजों तक पहुँचने की सुविधा देता है। इस लेख में हम जानेंगे कि डिजिलॉकर अकाउंट कैसे बनाएं, इसे कैसे उपयोग करें, और इसके लाभ क्या हैं।
डिजिलॉकर अकाउंट कैसे बनाएं
डिजिलॉकर में अकाउंट बनाना एक सरल प्रक्रिया है। आइए हम इसे चरणबद्ध तरीके से समझते हैं।
डिजिलॉकर अकाउंट बनाने के लिए आवश्यकताएँ
- आधार कार्ड: डिजिलॉकर में अकाउंट बनाने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना आवश्यक है।
- मोबाइल नंबर: आपका मोबाइल नंबर आपके आधार से लिंक होना चाहिए।
- ईमेल आईडी: एक वैध ईमेल आईडी की आवश्यकता होगी।
डिजिलॉकर अकाउंट बनाने की प्रक्रिया
स्टेप 1: सबसे पहले डिजिलॉकर की आधिकारिक वेबसाइट digilocker.gov.in पर जाएं।
स्टेप 2: यहाँ पर आपको “साइन अप” का विकल्प मिलेगा। उस पर क्लिक करें।
स्टेप 3: एक नया फॉर्म खुलेगा, जिसमें आपको अपना पूरा नाम, जन्म तिथि, जेंडर, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और छह अंकों वाला पिन दर्ज करना होगा। इसके बाद “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।
स्टेप 4: अब आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (OTP) आएगा। इसे दर्ज करें और “सबमिट” पर क्लिक करें।
स्टेप 5: इसके बाद आपको अपना आधार नंबर दर्ज करने के लिए कहा जाएगा। आप चाहें तो इसे स्किप कर सकते हैं या आधार नंबर दर्ज कर सकते हैं।
स्टेप 6: यदि आपने आधार नंबर दर्ज किया है, तो उसे वेरिफाई करने के बाद “नेक्स्ट” पर क्लिक करें।
स्टेप 7: आपका डिजिलॉकर अकाउंट बन कर तैयार है। अब आप अपने यूजरनेम और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन कर सकते हैं।
डिजिलॉकर का उपयोग कैसे करें
एक बार जब आपका डिजिलॉकर अकाउंट बन जाए, तो आप इसमें अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं और उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं। यहाँ बताया गया है कि आप इसे कैसे उपयोग कर सकते हैं:
दस्तावेज़ अपलोड करना
- डिजिलॉकर ऐप या वेबसाइट पर लॉगिन करें।
- “अपलोड डॉक्यूमेंट” विकल्प पर क्लिक करें।
- फाइल अपलोड डायलॉग बॉक्स में अपने लोकल ड्राइव से फाइल को सर्च करें और “ओपन” चुनें।
- डॉक्यूमेंट टाइप चुनें और “सेव” पर क्लिक करें।
दस्तावेज़ साझा करना
आप डिजिलॉकर में स्टोर किए गए दस्तावेजों को अन्य लोगों के साथ साझा भी कर सकते हैं:
- दस्तावेज़ को साझा करने के लिए उस दस्तावेज़ पर क्लिक करें जिसे आप साझा करना चाहते हैं।
- “शेयर” विकल्प का चयन करें और प्राप्तकर्ता का ईमेल या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
डिजिलॉकर के लाभ
डिजिलॉकर का उपयोग करने के कई फायदे हैं:
- सुरक्षा: आपके सभी दस्तावेज़ सुरक्षित रहते हैं और इन्हें खोने का डर नहीं होता।
- सुविधा: आप कहीं भी और कभी भी अपने दस्तावेज़ों तक पहुँच सकते हैं।
- पेपरलेस प्रक्रिया: डिजिलॉकर का उपयोग करके आप कागज के दस्तावेज़ों की आवश्यकता को कम कर सकते हैं।
- सरकारी सेवाओं से लिंक: कई सरकारी सेवाएँ जैसे कि पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि सीधे डिजिलॉकर से जोड़े जा सकते हैं।
विशेषता | विवरण |
---|---|
सुरक्षा | सभी दस्तावेज़ सुरक्षित रहते हैं |
सुविधा | कहीं भी और कभी भी एक्सेस किया जा सकता है |
पेपरलेस प्रक्रिया | कागज़ के दस्तावेज़ों की आवश्यकता कम होती है |
सरकारी सेवाओं से लिंक | पैन कार्ड, आधार आदि सीधे जोड़े जा सकते हैं |
ऑनलाइन साझा करना | आसानी से दस्तावेज़ साझा किए जा सकते हैं |
डॉक्यूमेंट्स की कैटेगराइजेशन | विभिन्न श्रेणियों में दस्तावेज़ों को संग्रहित किया जा सकता है |
निष्कर्ष
डिजिलॉकर एक अत्यधिक उपयोगी डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो आपके महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखने में मदद करता है। इसका उपयोग करना सरल है और यह आपको कहीं भी और कभी भी अपने दस्तावेजों तक पहुँचने की सुविधा देता है। डिजिलॉकर में अकाउंट बनाना आसान है, और इसके कई लाभ हैं जो इसे हर भारतीय नागरिक के लिए आवश्यक बनाते हैं।
Disclaimer: यह जानकारी वास्तविकता पर आधारित है और इसमें कोई फर्जी जानकारी नहीं दी गई है। डिजिलॉकर एक वास्तविक सेवा है जो भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है, जिससे उन्हें अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।