पर्यावरण संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत बन गई है। हरियाणा सरकार ने इसी दिशा में एक अनोखी और सराहनीय पहल की है, जिसे ‘Tree Pension Scheme 2025’ या ‘प्राण वायु देवता पेंशन योजना’ के नाम से जाना जाता है। इस योजना के तहत राज्य के 75 साल या उससे अधिक पुराने पेड़ों को पेंशन दी जा रही है। यह न केवल पर्यावरण के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणादायक कदम है, जिससे लोगों में पेड़ों की देखभाल और संरक्षण की भावना को बढ़ावा मिलता है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है– पुराने और छायादार वृक्षों को संरक्षित रखना और उनकी देखभाल के लिए लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करना। सरकार का मानना है कि जैसे परिवार के बुजुर्गों का सम्मान और देखभाल जरूरी है, वैसे ही पुराने पेड़ों की भी देखभाल समाज की जिम्मेदारी है। इस पहल से न केवल हरियाली बढ़ेगी, बल्कि पर्यावरण संतुलन भी बना रहेगा।
हरियाणा सरकार की Tree Pension Scheme 2025 ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस योजना से उन लोगों को भी लाभ मिलेगा, जिनके खेत, घर या संस्थान की भूमि पर 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने पेड़ मौजूद हैं। सरकार इस योजना के माध्यम से नागरिकों को यह प्रेरणा दे रही है कि वे अपने पुराने पेड़ों को बचाएं और उनकी सेवा करें। इसके बदले में सरकार वर्ष में ₹3000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके खाते में स्थानांतरित करेगी।
Tree Pension Scheme 2025
योजना का नाम | Tree Pension Scheme 2025 (प्राण वायु देवता पेंशन योजना) |
शुरूआत | वर्ष 2023 (पायलट प्रोजेक्ट), विस्तार 2025-26 बजट में |
उद्देश्य | 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने पेड़ों का संरक्षण और देखभाल |
पेंशन राशि | ₹3000 प्रति वर्ष (2025-26 से संशोधित) |
पात्र पेड़ | 75 वर्ष या अधिक आयु के जीवित और स्वस्थ पेड़ (पीपल, बरगद, नीम, आम आदि) |
लाभार्थी | भूमि मालिक, संस्था, पंचायत (जहां पेड़ स्थित है) |
आवेदन की अंतिम तिथि | 30 जून 2025, शाम 5 बजे |
आवेदन प्रक्रिया | वन रेंज ऑफिसर/वन मंडल अधिकारी के कार्यालय में फॉर्म जमा करें |
आवश्यक दस्तावेज | भूमि स्वामित्व प्रमाण, पेड़ की उम्र का प्रमाण, पेड़ की फोटो, आधार/वोटर आईडी |
भुगतान प्रक्रिया | राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर |
योजना का विस्तार | 2021 में 75 पेड़, 2025 में 3819 पेड़, लक्ष्य – और विस्तार |
राशि में वृद्धि | समय-समय पर वृद्धावस्था पेंशन की तरह वृद्धि |
Tree Pension Scheme 2025 क्या है?
Tree Pension Scheme 2025, हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई एक अनूठी योजना है, जिसका उद्देश्य 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने पेड़ों को संरक्षित करना और उनकी देखभाल के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत, योग्य पेड़ों के मालिकों को सालाना ₹3000 की पेंशन दी जाती है, ताकि वे पेड़ों की सिंचाई, खाद, सुरक्षा और देखभाल में इस धन का उपयोग कर सकें।
इस योजना की शुरुआत 2023 में ‘प्राण वायु देवता पेंशन योजना’ के नाम से की गई थी। पहले चरण में 3819 पुराने पेड़ों को चयनित कर पेंशन दी गई थी। योजना को लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिसके बाद 2025-26 के बजट में पेंशन राशि को बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया गया है और योजना का दायरा भी बढ़ाया गया है।
सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में ज्यादा से ज्यादा पुराने पेड़ों को इस योजना के तहत लाया जाए, जिससे राज्य में हरियाली बढ़े और पर्यावरण संरक्षण को मजबूती मिले।
Tree Pension Scheme 2025 के मुख्य उद्देश्य
- पुराने पेड़ों का संरक्षण: 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने, छायादार और पारंपरिक पेड़ों को संरक्षित करना।
- पर्यावरण संतुलन: हरियाली बढ़ाकर पर्यावरण को स्वच्छ और संतुलित बनाना।
- जनजागरूकता: नागरिकों में पेड़ों की महत्ता और देखभाल के प्रति जिम्मेदारी की भावना जगाना।
- आर्थिक प्रोत्साहन: पेड़ों की देखभाल के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- सामाजिक-सांस्कृतिक महत्व: धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पेड़ों को सम्मान देना।
किन पेड़ों को मिलेगा Tree Pension Scheme का लाभ?
- 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने हैं।
- जीवित, स्वस्थ और छायादार हैं।
- भूमि मालिक, संस्था या पंचायत की जमीन पर स्थित हैं (सरकारी वन भूमि के पेड़ शामिल नहीं)।
- प्राथमिकता पारंपरिक भारतीय वृक्षों को दी जाती है, जैसे:
- पीपल
- बरगद
- नीम
- आम
- जामुन
- पिलखन
- बूलर
- गूलर
- कृष्णा कदंब
Tree Pension Scheme 2025 के लिए पात्रता और जरूरी दस्तावेज
पात्रता:
- आवेदक के पास उस भूमि का स्वामित्व प्रमाण होना चाहिए, जिस पर पेड़ स्थित है।
- पेड़ की आयु 75 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए, जिसका प्रमाण देना जरूरी है।
- पेड़ जीवित और स्वस्थ हो।
- एक से अधिक पेड़ों के लिए भी आवेदन किया जा सकता है, बशर्ते वे सभी पात्रता शर्तों को पूरा करते हों।
जरूरी दस्तावेज:
- भूमि स्वामित्व का प्रमाण (जमाबंदी, पट्टा, लीज डीड)
- पेड़ की अनुमानित आयु का प्रमाण (विशेषज्ञ प्रमाण पत्र या शपथ पत्र)
- पेड़ की हालिया फोटो (स्पष्ट रूप से पेड़ की पहचान हो)
- आवेदक का आधार कार्ड या वोटर आईडी
Tree Pension Scheme 2025 में आवेदन कैसे करें?
आवेदन प्रक्रिया:
- आवेदक को Tree Pension Scheme के लिए निर्धारित फॉर्म भरना होगा।
- भरा हुआ फॉर्म और जरूरी दस्तावेज अपने नजदीकी वन रेंज ऑफिसर या वन मंडल अधिकारी के कार्यालय में जमा करना होगा।
- आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2025, शाम 5 बजे तक है।
- आवेदन जमा होने के बाद, जिला स्तरीय समिति सभी दस्तावेजों और पात्रता की जांच करेगी।
- पात्र पाए गए पेड़ों के मालिकों को योजना में शामिल कर पेंशन स्वीकृत की जाएगी।
महत्वपूर्ण बातें:
- आवेदन समय पर और सभी दस्तावेजों के साथ जमा करें।
- एक से अधिक पेड़ों के लिए अलग-अलग आवेदन किया जा सकता है।
- समिति द्वारा जांच के बाद ही पेंशन स्वीकृत होगी।
Tree Pension Scheme 2025 की राशि और भुगतान प्रक्रिया
- वर्ष 2023 में योजना की शुरुआत में पेड़ के लिए 2750 रुपये प्रतिवर्ष की पेंशन तय की गई थी।
- 2025-26 के बजट में इसे बढ़ाकर 3000 रुपये प्रतिवर्ष कर दिया गया है।
- यह राशि सीधे उस व्यक्ति, संस्था या पंचायत के बैंक खाते में जमा की जाएगी, जिसकी जमीन पर पेड़ मौजूद है।
- इस धन का उपयोग पेड़ की देखभाल, सिंचाई, खाद, सुरक्षा और अन्य जरूरी सेवाओं के लिए किया जाना है।
- सरकार समय-समय पर पेंशन राशि में वृद्धि कर सकती है, जैसे बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन में होती है।
Tree Pension Scheme 2025 का अब तक का प्रदर्शन और विस्तार
- योजना की शुरुआत 2021 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की गई थी, जिसमें केवल 75 पेड़ों को शामिल किया गया था।
- 2023 में योजना का विस्तार हुआ और 3819 पेड़ों को चयनित कर पेंशन दी जा रही है।
- 2025-26 के बजट में पेंशन राशि बढ़ाकर 3000 रुपये की गई और योजना का दायरा और बढ़ाया गया है।
- सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में ज्यादा से ज्यादा पुराने पेड़ों को संरक्षित किया जाए और उनके मालिकों को देखभाल के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
- पानीपत सहित कई जिलों में पहले ही दर्जनों पात्रों को योजना का लाभ मिल चुका है।
Tree Pension Scheme 2025 से जुड़े मुख्य लाभ
- पर्यावरण संरक्षण: पुराने पेड़ों का संरक्षण कर हरियाली बढ़ाना।
- आर्थिक सहायता: पेड़ की देखभाल के लिए आर्थिक प्रोत्साहन।
- सामाजिक जिम्मेदारी: नागरिकों में पेड़ों के प्रति जिम्मेदारी की भावना।
- धार्मिक-सांस्कृतिक महत्व: पारंपरिक और धार्मिक वृक्षों का सम्मान।
- स्थानीय रोजगार: पेड़ों की देखभाल के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर।
Tree Pension Scheme 2025 के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
- आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2025, शाम 5 बजे तक है।
- सभी दस्तावेज सही और पूर्ण हों, वरना आवेदन अस्वीकार हो सकता है।
- पेंशन राशि का उपयोग केवल पेड़ की देखभाल, सिंचाई, खाद, सुरक्षा आदि के लिए करें।
- योजना के तहत चयनित पेड़ों की समय-समय पर जांच की जा सकती है।
- पेड़ की मृत्यु या कटाई की स्थिति में पेंशन बंद हो जाएगी।
Tree Pension Scheme 2025 के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या सरकारी भूमि पर लगे पेड़ों को भी पेंशन मिलेगी?
नहीं, यह योजना केवल निजी, पंचायत या संस्थागत भूमि पर लगे पेड़ों के लिए है। सरकारी वन भूमि के पेड़ इसमें शामिल नहीं हैं।
Q2. क्या एक व्यक्ति एक से अधिक पेड़ों के लिए आवेदन कर सकता है?
हां, यदि सभी पेड़ पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं, तो एक व्यक्ति कई पेड़ों के लिए आवेदन कर सकता है।
Q3. पेंशन राशि का उपयोग किसके लिए किया जा सकता है?
यह राशि केवल पेड़ की देखभाल, सिंचाई, खाद, सुरक्षा और अन्य जरूरी सेवाओं के लिए है।
Q4. पेड़ की आयु का प्रमाण कैसे दें?
विशेषज्ञ प्रमाण पत्र, शपथ पत्र या अन्य मान्य दस्तावेजों के माध्यम से पेड़ की अनुमानित आयु का प्रमाण देना होगा।
Q5. अगर पेड़ पंचायत की भूमि पर है तो किसे पेंशन मिलेगी?
ऐसी स्थिति में पेंशन राशि संबंधित पंचायत को दी जाएगी, ताकि पेड़ की देखभाल हो सके।
Tree Pension Scheme 2025: योजना का महत्व और सामाजिक संदेश
- यह योजना न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है, बल्कि समाज में पेड़ों के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत करती है।
- सरकार का यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी और स्वच्छ पर्यावरण सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम है।
- इस योजना से प्रेरित होकर अन्य राज्य भी ऐसी योजनाएं लागू कर सकते हैं, जिससे पूरे देश में हरियाली और पर्यावरण संतुलन बढ़ेगा।
निष्कर्ष
Tree Pension Scheme 2025 हरियाणा सरकार की एक क्रांतिकारी और प्रेरणादायक पहल है। इससे न केवल पुराने और छायादार पेड़ों का संरक्षण होगा, बल्कि नागरिकों को भी पेड़ों की देखभाल के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। यह योजना पर्यावरण संतुलन, हरियाली और सामाजिक जिम्मेदारी की दिशा में एक मजबूत कदम है। यदि आपकी भूमि पर 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने पेड़ हैं, तो आप इस योजना का लाभ उठाकर न सिर्फ पर्यावरण की सेवा कर सकते हैं, बल्कि आर्थिक सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं। समय रहते आवेदन करें और इस अनूठी योजना का हिस्सा बनें।
Disclaimer: Tree Pension Scheme 2025 (प्राण वायु देवता पेंशन योजना) हरियाणा सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से लागू की गई है। यह योजना पूरी तरह वास्तविक और सरकारी है, जिसका उद्देश्य 75 वर्ष या उससे अधिक पुराने पेड़ों का संरक्षण और देखभाल के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। पेंशन राशि 2025-26 के बजट में बढ़ाकर 3000 रुपये प्रतिवर्ष कर दी गई है। आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2025, शाम 5 बजे तक है। योजना का लाभ केवल निजी, पंचायत या संस्थागत भूमि पर लगे जीवित और स्वस्थ पेड़ों को मिलेगा। सभी पात्रता और दस्तावेजों की जांच जिला स्तरीय समिति द्वारा की जाएगी। योजना से जुड़े सभी नियमों का पालन करें और किसी भी भ्रम या अफवाह से बचें।