आज भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं, जबकि विभिन्न राज्यों में इनकी दरें भिन्न हैं। यहाँ हम आज के ताज़ा रेट्स और उनके पीछे के कारणों पर चर्चा करेंगे।
पेट्रोल की कीमतें
- दिल्ली: ₹94.72 प्रति लीटर
- मुंबई: ₹103.44 प्रति लीटर
- कोलकाता: ₹103.94 प्रति लीटर
- चेन्नई: ₹100.85 प्रति लीटर
- हैदराबाद: ₹107.41 प्रति लीटर
पेट्रोल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं आया है। पिछले 10 दिनों में, कीमतें ₹103.44 से ₹104.21 के बीच रही हैं
डीजल की कीमतें
- दिल्ली: ₹87.74 प्रति लीटर
- मुंबई: ₹90.97 प्रति लीटर
- राजस्थान: ₹91.06 प्रति लीटर
- उत्तर प्रदेश: ₹87.74 प्रति लीटर
आज डीजल की कीमतों में भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। यह दरें दैनिक आधार पर अपडेट होती हैं.
कीमतों का निर्धारण कैसे होता है?
1. अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं। जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका असर स्थानीय बाजार पर भी पड़ता है।
2. कर संरचना
भारत में पेट्रोल और डीजल पर उच्च कर जैसे कि एक्साइज ड्यूटी और वैट शामिल होते हैं। ये कर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित होते हैं और विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होते हैं।
3. मुद्रा विनिमय दर
रुपये और डॉलर के बीच विनिमय दर भी ईंधन की लागत को प्रभावित करती है। यदि डॉलर की कीमत बढ़ती है, तो भारत को कच्चे तेल के लिए अधिक भुगतान करना पड़ता है।
4. मांग और आपूर्ति
ईंधन की मांग और आपूर्ति भी मूल्य निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उच्च मांग वाले क्षेत्रों में कीमतें अधिक हो सकती हैं।
वर्तमान ट्रेंड
पेट्रोल
पेट्रोल की कीमतों में पिछले कुछ महीनों में स्थिरता देखी गई है, हालांकि कुछ स्थानों पर मामूली वृद्धि हुई है। यह मुख्यतः अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की स्थिरता के कारण है।
डीजल
डीजल की कीमतों में भी स्थिरता बनी हुई है, लेकिन कुछ राज्यों में हल्की वृद्धि देखी गई है। यह वृद्धि स्थानीय करों और परिवहन लागत के कारण हो सकती है.
निष्कर्ष
पेट्रोल और डीजल की वर्तमान कीमतें स्थिर हैं, लेकिन ये विभिन्न कारकों से प्रभावित होती हैं। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से ईंधन की कीमतों की जांच करें ताकि वे अपने खर्चों का सही अनुमान लगा सकें।
ईंधन की कीमतों को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल व्यक्तिगत बजट को प्रभावित करता है, बल्कि अर्थव्यवस्था के अन्य पहलुओं पर भी असर डालता है।